एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में फुसरो स्थित कस्तूरबा श्रीविद्या निकेतन में 16 दिसंबर को विजय संदेश पढ़कर मनाया गया विजय दिवस।
इस अवसर पर सर्वप्रथम दीप प्रज्वलन एवं वंदना के पश्चात छात्रों ने अपने देश के वीर जवानों को विजय दिवस के मौके पर याद करते हुए शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। मौके पर विद्यालय के सचिव धीरज कुमार पांडेय ने कहा कि 16 दिसंबर का दिन सैनिकों के शौर्य को सलाम करने का दिन माना जाता है। देश में 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य रणसुमन सिंह नें कहा की इसी दिन वर्ष 1971 में भारत ने पाकिस्तान के दांत खट्टे किए थे। इस ऐतिहासिक जीत की खुशी आज भी हर देशवासी के मन को उमंग से भर देती है। उन्होंने कहा कि विजय दिवस वीरता और शौर्य की मिसाल है। वर्ष 1971 के युद्ध में भारतीय सैनिकों ने बड़े पैमाने पर कुर्बानियां दीं। हजारों भारतीय सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गए थे। जबकि कई घायल भी हो गए थे।
16 दिसंबर का दिन देश के जवानों की वीरता, शौर्य, अदम्य साहस और कुर्बानी की कहानी को बयां करती है। जवानों की इसी कहानी को बयां करने के लिए भैया -बहनों ने छात्रों को विजय दिवस के बारे अवगत कराया। साथ ही छात्रों ने शहीद जवानों के शहादत को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी।
इस खास अवसर पर मुख्य अतिथि 1965 के युद्ध में शामिल पूर्व सैनिक शिवनाथ मिश्र ने जवानों की वीरता, कुर्बानी व अदम्य साहस की कहानी बताकर उपस्थित जनों को रोमांचित कर दिया, जबकि सभी छात्रों ने झंडा गीत गाकर विजय दिवस की महत्ता को जाना।
आचार्य ह्रषिकेश तिवारी एवं संजू ठाकुर दीदी ने विजय दिवस पर बच्चों को सैनिकों की वीरगाथा सुनाया तथा देश के लिए सैनिकों की शहादत पर श्रद्धांजलि अर्पित की। विजय दिवस पर विद्यालय में रंगारंग कार्यक्रम, भैया -बहनों द्वारा देशभक्ति से परिपूर्ण कविता, भाषण एवं नृत्य किया गया। इस मौके पर विद्यालय के समस्त आचार्य एवं दीदी उपस्थित थे।
फुसरो बाजार के प्रसिद्ध व्यवसायी सुरेश वंशल ने विधानसभाध्यक्ष से की भेंट
एक अन्य जानकारी के अनुसार फुसरो बाजार के प्रसिद्ध व्यवसायी व् समाजसेवी सुरेश वंशल ने झारखंड विधानसभाध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो से रांची स्थित उनके आवास पर मिलकर गुलदस्ता देकर सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष चुने पर बघाई दी। बंसल ने उनके कार्य और व्यवहार की सराहना की।
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