धर्मानांतरण से हिंदुओं को बचाने के लिए ग्रामीण अंचलों में सतर्कता जरुरी-डॉ अवधेश

अवध किशोर शर्मा/सोनपुर (सारण)। हम सभी जात-पात से मुक्त होकर सतर्क एवं एकजुट नही हुए तो आने वाले दिनों में हिन्दू समाज को धर्मानांतरण का दंश झेलना पड़ेगा। धर्मानांतरण से हिंदुओं को बचाने के लिए ग्रामीण अंचलों में सतर्कता जरुरी है।

धर्म जागरण समन्वय उत्तर बिहार के प्रांत संयोजक डॉ.अवधेश कुमार यादव ने 29 जनवरी को सारण जिला के हद में सोनपुर में कहा कि हम सभी जात-पात की सोंच से मुक्त होकर सतर्क एवं एकजुट नही हुए तो आने वाले दिनों में हिन्दू समाज को धर्मानांतरण का दंश झेलना पड़ेगा। इसके लिए उन्होंने सजग होने की अपील की।

उन्होंने सोनपुर के आसपास के ग्रामीण इलाकों में इस तरह की बढ़ रही अवांछित गतिविधियों पर चिंता प्रकट करते हुए रहिवासियों को सतर्क किया।

डॉ अवधेश सोनपुर स्थित बाबा हरिहरनाथ मंदिर के सभागार में गुरु गोविन्द सिंह शौर्य सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर शौर्य सम्मान में आधा दर्जन से अधिक गणमान्य जनों को सम्मानित किया गया। जिनके पूर्वजों ने मुगलकालीन अत्याचार के खिलाफ अपनी शहादत दी थी या उनके विरुद्ध संघर्ष में खालसा पंथ का साथ दिया था।

साहित्यकार सुरेन्द्र मानपुरी ने कहा कि आज इतिहास के पुनर्लेखन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जो इतिहास आज उपलब्ध है उसमें 90 प्रतिशत झूठ का पुलिंदा है। इस पर गंभीरता पूर्वक निरंतर रिसर्च किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि उन साक्ष्यों को जिन्हें इतिहास में छुपा दिया गया या उससे परहेज किया गया उन्हें प्रकाश में लाने की जरुरत है।

कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रतीक वर्मा ने कहा कि हम सभी भारतवासी एक मात्र हिन्दू हैं। चाहे मजहब कोई हो।ऐसा भाव सभी में पैदा हो तो भारत एक सशक्त राष्ट्र होगा और कोई भी शक्ति इसे पराजित नही कर सकती। उन्होंने प्रत्येक रविवार की संध्या संकटमोचन मंदिर सबलपुर में रोगियों के निःशुल्क जांच की घोषणा की।

हिन्दू धर्म जागरण मंच के प्रदेश संयोजक विनोद कुमार यादव ने अगड़े-पिछड़े की दीवारों को तोड़कर हिन्दू समाज को मजबूत करने पर बल दिया। उन्होंने सिक्खों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह एवं बंदा वैरागी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर वृहद प्रकाश डालते हुए गुरु तेगबहादुर राय के अलावे बाल वीरों की शहादत को नमन किया।

उन्होंने कहा कि जो समाज सिर्फ पेट और प्रजनन तक सीमित है उसका पतन हो जाता है।शस्त्र और शास्त्र को अनदेखा नही किया जा सकता। साथ-साथ इसे भी अपनाने की जरूरत है।

सिक्ख पंथ के सरदार योगेन्द्र सिंह गंभीर ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह वज्जिका के प्रथम कवि थे। उन्होंने भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की चल रही मुहिम को समर्थन करते हुए कहा कि गुरुगोविंद सिंह जी ने एक जति विहीन पंथ की स्थापना की। आज वही खालसा पंथ है। उन्होंने हाजीपुर में वीर बंदा वैरागी की प्रतिमा स्थापित करने का आह्वान किया। समारोह को वैशाली जिला भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय कुमार सिंह, सुधीर कुमार सिंह टूटू , संत नागा बाबा ने भी संबोधित किया।

इस मौके पर समाज सेवी अनिल कुमार सिंह (सोनपुर), गणेश सिंह (फतेहपुर), विपिन जी अधिवक्ता, संजय कृष्ण, धर्मेंद्र सिंह, संघ के बौद्धिक प्रशिक्षण प्रमुख कृष्णा जी, आरएसएस के सह संघ चालक अजय कुमार सिंह (हाजीपुर), विनोद सिंह सम्राट (सोनपुर) सहित बड़ी संख्या में अमन पसंद रहिवासी मौजूद थे।

 

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