गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। बिहार का वैशाली जिला सब्जी उत्पादक और केला उत्पादक के रूप में जाना जाता है। जिले के हाजीपुर सदर, लालगंज और भगवानपुर प्रखंड में किसान सब्जी की खेती आधिकाधिक मात्रा में करते हैं।
वैशाली जिले में इस बार फूलगोभी की खेती किसानों ने काफी मेहनत से किया, लेकिन वर्ष 2024 के जाते-जाते फूल गोभी का बाजार एकदम धराशायी हो गया है। अभी यह हाल है कि हाजीपुर या आस पास के बाजारों में फूलगोभी 4 से 5 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। हाल यह है कि किसानों के खेतों में लगे फूलगोभी के फसल को खरीदने के लिए कोई व्यापारी नहीं पहुंच रहा है। किसान अपने के खेतो में 2 रुपये प्रति किलो भी फूलगोभी बेचने को मजबूर दिख रहे हैं, पर इसे कोई पूछने वाला भी नहीं है।
जिले के एक किसान ने 4 जनवरी को बताया कि फूलगोभी काटने का मजदूरी कम से कम प्रतिदिन 300 से 400 रुपये प्रति कुंतल पड़ता है। जबकि बाजार में अधिकतम ₹ 200 प्रति कुंतल भी खरीदने को व्यापारी तैयार नहीं है, जिस वजह से इन क्षेत्रों के किसान अपने खेतों में लगे फूलगोभी को खेत में हीं जोत रहे हैं। वे किसी को मुफ्त में भी फूलगोभी देने को तैयार हैं।
वैशाली जिला के हद में महुआ हाजीपुर मुख्य मार्ग के सिंदुआरी के आसपास में काफी फूलगोभी की खेती किसानों ने की है। यहां सुबह बाजार में किसान फूलगोभी की अपनी फसल लेकर पहुंचते हैं, लेकिन कोई खरीदार नहीं मिल रहा है। जिस वजह से किसान बिक्री के लिए लाए फूलगोभी को सड़क मार्ग से गुजरने वाले राहगीरों को मुफ्त में लेने का ऑफर दे रहे हैं। बाजार में फूलगोभी का भाव गिरने से किसान की मेहनत और पूंजी दोनों पानी में चली गई जिससे किसान परेशान है।
ज्ञात हो कि जब सब्जी महंगा बिकता है उस समय आमजन और नेता महंगाई का रोना रोने लगते हैं। टीवी पर टमाटर का भाव 100 रुपए बता कर चिल्लाने लगते हैं, लेकिन आज इन किसानों की दुर्दशा को देखने वाला ना कोई नेता है और ना सरकार।
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