अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक स्थल के रूप में विकसित होगा वैशाली गढ़

गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 4 अप्रैल को वैशाली जिला के प्रमुख पर्यटन स्थल वैशाली गढ़ मे निर्माणाधीन बुद्ध सम्यक दर्शन-सह-स्मृति स्तूप का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण करने का निर्देश दिया।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे परिसर के निर्माण एवं विकास कार्यों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने बुद्ध स्तूप के भू-तल एवं प्रथम तल का निरीक्षण कर वहां चल रहे निर्माण कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने ध्यान केन्द्र का भी निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली।

निरीक्षण के दौरान भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप के निर्माण कार्य की प्रगति की अद्यतन जानकारी देते हुए बताया कि इसका निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। बचे हुए कार्य को एक माह में पूर्ण कर लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने योजना के मुख्य अवयवों- बुद्ध स्तूप की आकृति (पत्थर की संरचना), संग्रहालय ब्लॉक, पुस्तकालय एवं ध्यान केन्द्र, आगंतुक केंद्र, अतिथि गृह, प्रदर्श और परिदर्शक केंद्र के संबंध में विस्तृत जानकारी ली और स्थल निरीक्षण कर निर्माण कार्यों का बारिकी से अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री ने परिसर में बने तालाब और लगाए गए पेड़-पौधों का जायजा लिया। उन्होंने मेकिंग ऑफ बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप की गैलरी का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वे यहां हमेशा आते रहे हैं और यहां के निर्माण कार्यों का निरीक्षण करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप के निर्माण को लेकर जो निर्देश दिये थे, उसके अनुरूप कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण करें।

परिसर का स्वरूप पर्यावरणीय दृष्टिकोण से बेहतर बनाएं ताकि आनेवाले पर्यटकों को इस जगह पर एक अलग अनुभूति हो। उन्होंने कहा कि आवागमन को भी बेहतर किया जा रहा है, ताकि पर्यटक यहां आसानी से और कम समय में पहुंच सके। यहां अधिक से अधिक संख्या में पर्यटकों के आने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि वैशाली ऐतिहासिक और पौराणिक जगह है। भगवान बुद्ध के जितने भी अस्थि कलश मिले हैं, उसमें वैशाली में मिला अस्थि कलश सबसे प्रमाणिक है। बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने के बाद यहां बौद्ध भिक्षुओं के साथ-साथ बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक भी आएंगे। यहां आनेवाले पर्यटक बुद्ध के बारे में कई और जानकारियों से अवगत होंगे। बोध गया और राजगीर आनेवाले श्रद्धालु भी यहां आएंगे। उन्होंने कहा कि वैशाली के बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय में महात्मा बुद्ध के जीवन से संबंधित घटनाओं और बौद्ध धर्म से जुड़े प्रसंगों को दर्शाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि पहले वैशाली गढ़ की क्या स्थिति थी और बाद में हमने इसको विकसित करने को लेकर जो योजना बनाई, उसके तहत जो कार्य किए गए हैं, उसकी भी विवरणी को यहां दर्शाया जा रहा है। इसे यहां आनेवाले जान सकेंगे कि इस ऐतिहासिक धरोहर को विकसित करने के लिए कितने कार्य किए गए हैं।

इस अवसर पर भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, विधायक सिद्धार्थ पटेल सहित अन्य जन प्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस. सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव सह भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के सचिव प्रणव कुमार, तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त एन. सर्वानन सहित वैशाली के जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा व अन्य वरीय अधिकारीगण भी मौजूद रहे।

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