गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। बिहार में वर्ष 2016 से लागू पूर्ण शराबबंदी कानून की स्थिति जानने के लिये 23 जून को जिला मुख्यालय हाजीपुर समाहरणालय परिषर में वैशाली जिला किसान सभा के अध्यक्ष संजीव कुमार (अधिवक्ता) से विस्तृत चर्चा की गयी।
चर्चा के क्रम में संजीव कुमार ने शराब बन्दी कानून को गरीबों के हित में बताया। साथ हीं उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में यह कानून गरीबों के लिये काल बन रहा है। उन्होंने बताया कि पहले तो सरकार हर गांव, पंचायत में दारू की दुकान खोलकर रहिवासियों को पियक्कड़ बना दिया। वर्ष 2016 में बिहार सरकार ने बिना किसी तैयारी के एक कठोर कानून बना दिया, और शराब बंदी कानून जबरन राज्य की जनता के उपर थोप दिया।
उन्होंने बताया कि 7 वर्ष बीतने पर भी बिहार में शराब बन्द नही हो सका है। इस शराब बंदी कानून की वजह से प्रशाशन में भ्रष्टाचार बढ़ा है। अबैध शराब का धंधा करने वाले शराब माफ़िया धड़ल्ले से अपना धंधा कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि वैशाली जिले में प्रतिदिन ट्रक के ट्रक शराब आने की सूचना मिलती है। जब पूरे बिहार में शराब बन्दी कानून लागू है, तब वैसी स्थिति में इस जिले में शराब के ट्रक कैसे पहुँच रहे हैं। यह बिना पुलिस प्रशासन की मिली भगत के सम्भव नहीं है।
बीते एक माह में वैशाली जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में पकड़े गये अबैध शराब का आकड़ा देते हुए संजीव कुमार ने बताया कि गत 20 मई को सराय थाना ने सम्भूपूर कोयारी गांव में छापामारी कर यूपी का एक ट्रक, 4 पिकअप, एक टाटा मैजिक सहित 4752 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद किया। पुनः28 मई को भगवानपुर थाना द्वारा एमपी नंबर की ट्रक से 6190 लीटर अंग्रेजी शराब को जप्त किया।
पुनः 29 मई को भगवानपुर थाना द्वारा एक ट्रक शराब (7480 लीटर) जप्त किया गया। पुनः जून माह के प्रथम सप्ताह में औद्योगिक क्षेत्र थाना द्वारा बिना रजिस्ट्रेशन नंबर का एक पिकअप से 1049 लीटर शराब जप्त किया गया।
जून के दूसरे सप्ताह में सराय थाना ने टोल टैक्स के पास 2684 लीटर अंग्रेजी शराब लदा ट्रक पंजाब का ड्राइवर सहित पकड़ा और राजापाकर थाना के बराँटी ओपी द्वारा महाराष्ट्र का एक कन्टेनर से 3862 लीटर शराब पकड़ी गईं। पुनः भगवानपुर थाना द्वार 14 जून को 1522 लीटर शराब और राजस्थान का ट्रक चालक को पकड़ा गया। 16 जून को गोरौल थाना द्वारा 14890 लीटर शराब के साथ एक ट्रक और एक होंडा सिटी कार पकड़ा गया।
संजीव कुमार ने एक माह के अंदर जिले में जप्त अंग्रेजी शराब बरामदगी का आकड़ा देते हुये बताया कि इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले में अवैध शराब का धंधा कितना जोरो पर है। उन्होंने यह भी बताया कि गत माह जिले में जो भी अवैध शराब बरामद हुए हैं, उसमें अधिकांश की सूचना मध्य निषेद इकाई पटना द्वारा दी गई।
यह भी आश्चर्यजनक
बात है कि जिले में ट्रक के ट्रक अवैध शराब बरामद हो रही है, लेकिन छापामारी के समय अवैध शराब कारोबारी एक भी जिले की पुलिस द्वारा पकड़ में नही आते हैं, जो स्थानीय पुलिस और शराब माफियाओं के बीच साठगांठ का इशारा करती है। इससे स्पष्ट होता है कि वैशाली जिला अब अवैध शराब माफियाओं के लिए सेफ जोन बन गया है।
जिले में नए पुलिस अधीक्षक के आने के बाद स्थानीय पुलिस द्वारा शराब बंदी कानून के अंतर्गत छोटी मोटी शराब का धंधा करनेवाले गरीबों को पकड़ कर अंदर कर रही है। जबकि बड़े धंधेबाज सफेदपोस का चोला पहनकर खुलेआम घूम रहे है।
ज्ञात हो कि, पिछले दिनों सराय थाना की पुलिस ने भगवतपुर पटेढा गांव में मुंसी पासवान के घर पर उस वक्त छापामारी किया जब मुंसी भगत की पोती की शादी का फलदान कार्यक्रम चल रहा था। पुलिस ने इस दौरान एक मेहमान जयमंगल को ताड़ी के अवैध धंधे के आरोप मे गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के बाद फलदान देनेवाले सभी भाग गए और मुंसी पासवान की पोती की शादी टूट गई।
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