सिद्धार्थ पांडेय/चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम)। देवाधि देव भगवान शिव की भक्ति कर बाबाधाम शिवनगरी देवघर से लौटे पश्चिम सिंहभूम जिला के हद में गुवा के समाजसेवी उपेन्द्र प्रसाद ने 29 जुलाई को एक भेंट में कहा कि ओम -शांति ओम को स्वीकार कर जीवन सफल बनानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि ॐ का उच्चारण कर शारीरिक और मानसिक शांति प्राप्त किया जा सकता है। लगातार 15 सालों से बाबा बैधनाथ धाम देवघर जाने वाले गुवा के समाजसेवी उपेन्द्र प्रसाद के अनुसार सबों को भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करते रहना चाहिए।
समाजसेवी उपेन्द्र के अनुसार शिव की भक्ति में अदभुत शक्ति है। वे त्रिदेवों में एक देव हैं। इन्हें देवों के देव महादेव भी कहते हैं। इन्हें भोलेनाथ, शंकर, महेश, भिलपती, भिलेश्वर,रुद्र, नीलकंठ, गंगाधार आदि नामों से भी जाना जाता है। तंत्र साधना में इन्हे भैरव के नाम से भी जाना जाता है।
बाबा भोले नाथ के भक्त उपेन्द्र ने बताया कि रावण को शिव का परम भक्त इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्होंने शिव को पाने के लिए ऐसी तपस्या की थी जो कभी किसी ने नहीं की। सच्चाई यह है कि अलग-अलग पुराणों में भगवान शिव और विष्णु के जन्म के विषय में कई कथाएं प्रचलित हैं। कहा कि शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव को स्वयंभू माना गया है।
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