प्रहरी संवाददाता/कसमार (बोकारो)। राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रशिक्षक करण कुमार कर्मकार के बड़े पुत्र और गोल्ड मेडलिस्ट तीरंदाज 13 वर्षीय दीपक कर्मकार का 26 सितंबर की सुबह जमशेदपुर में असामयिक निधन हो गया।
बताया जाता है कि अचानक तबियत बिगड़ने के बाद दीपक को एक सप्ताह पहले जमशेदपुर कैंसर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था। ज्ञात हो कि, तिरंदाज दीपक ने झारखंड और आंध्र प्रदेश में आयोजित कई राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीतकर बोकारो और कसमार प्रखंड का नाम रोशन किया था। उनके आकस्मिक निधन की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
दीपक का शव जब 26 सितंबर की संध्या एम्बुलेंस द्वारा उनके पैतृक गांव कसमार प्रखंड के हद में चौड़ा पहुंचा, तो परिजनों और ग्रामीणों की आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा था। दीपक के अंतिम दर्शन के लिए गोमियां विधायक डॉ लंबोदर महतो, जिला परिषद सदस्य अमरदीप महाराज, जेएलकेएम नेता गुणानंद महतो, आजसू प्रखंड अध्यक्ष महेंद्रनाथ महतो सहित बड़ी संख्या में गणमान्य पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की।
वहीं पूर्व मंत्री माधव लाल सिंह, कसमार प्रखंड प्रमुख नियोती कुमारी, जिप सदस्य अकाश लाल सिंह, पूर्व उप प्रमुख ज्योत्सना झा, शिक्षक पंकज कुमार जायसवाल सहित अन्य नेताओं और स्थानीय रहिवासियों ने भी गहरा शोक व्यक्त किया है। चौड़ा स्थित श्मशान घाट में दीपक का अंतिम संस्कार किया गया, जहां सैकड़ों रहिवासियों ने दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
दीपक कर्मकार की प्रमुख उपलब्धियों में सितंबर 2023 में जमशेदपुर में आयोजित 15वीं राज्य तिरंदाजी चैंपियनशिप में तीन स्वर्ण पदक, फरवरी 2023 में रांची में आयोजित संसद खेल महोत्सव में तीरंदाजी में प्रथम स्थान, मई 2022 को आंध्र प्रदेश के राजामुंदरी और जनवरी 2023 में विजयवाड़ा में आयोजित राष्ट्रीय तिरंदाजी चैंपियनशिप में कई स्वर्ण पदक जीतकर क्षेत्र का नाम रोशन किया था। दीपक का असमय निधन तीरंदाजी जगत और उनके परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका योगदान और उनकी उपलब्धियां हमेशा याद की जाती रहेगी।
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