पीयूष पांडेय/बड़बिल (ओड़िशा)। एनआईटी संस्थान में छात्राओं की संख्या बढ़ाने की दृष्टि से 500 सीटों वाले तीन गर्ल्स हॉस्टल की केंद्रीय मंत्री द्वारा आधारशिला रखी गयी।
केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बीते 2 दिसंबर को केंद्रीय विद्यालय (केवी) का उद्घाटन किया। साथ हीं उन्होंने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) राउरकेला परिसर में छह परियोजनाओं की आधारशिला रखी। उन्होंने उक्त संस्थान में छात्राओं की संख्या बढ़ाने की दृष्टि से 500 सीटों वाले तीन गर्ल्स हॉस्टल की आधारशिला रखी।
संस्थान ने एक प्रेस बयान में कहा है कि एनआईटी राउरकेला ने छात्रों तथा छात्राओं के छात्रावासों के लिए 15 एकड़ का भूखंड आवंटित किया गया है। वर्तमान में संस्थान की योजना आधे क्षेत्रफल का उपयोग 1000 छात्रों की क्षमता वाले छात्रों के छात्रावास के लिए और तीन चौथाई क्षेत्रफल का उपयोग तीन महिला छात्रावासों के लिए करने की है, जिनमें से प्रत्येक में 500 छात्रों की आवास क्षमता होगी। शेष क्षेत्र को भविष्य में छात्रावास निर्माण के लिए अलग रखा जा रहा है।
एनआईटी राउरकेला ने सूचित किया है कि तीन महिला छात्रावासों में से एक को महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) द्वारा सीएसआर गतिविधि के तहत ₹42.69 करोड़ से वित्त पोषित किया जा रहा है। अन्य छात्रावास को ईडब्ल्यूएस योजना निधि के तहत शिक्षा मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित किया गया है।
कहा गया है कि परियोजना का बाकी हिस्सा, जिसकी लागत 165.81 करोड़ रुपये होगी, उच्च शिक्षा वित्त पोषण एजेंसी के सहयोग से पूरा किया जाएगा। आधारशीला के अवसर पर केंद्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि आज अनावरण की गई परियोजनाओं से 2500 से अधिक छात्र लाभान्वित होंगे।
इसके अलावा राउरकेला में पहले 2 केन्द्रीय विद्यालय थे, आज खुशी की बात है कि केवी-एनआईटी राउरकेला तीसरा केवी होगा। उन्होंने कहा कि एनआईटी राउरकेला औद्योगिक सहयोग के माध्यम से संस्थान में ढांचागत विकास लाकर अपना रास्ता बना रहा है।
शिक्षा को सशक्त बनाने और युवा दिमाग को नवाचार और अनुसंधान में मदद करने के इस महान कार्य को शुरू करने में एनआईटी राउरकेला के प्रयासों को वे स्वीकार करते हैं। साथ ही इस एनआईटी के प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों को उनकी शैक्षिक यात्रा के लिए संस्थान चुनने के लिए साधुवाद देते हैं।
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