कौशल विकसित करने पर दिया जोर
प्रहरी संवाददाता/बेंगलुरु। केंद्रीय सूचना (Central Information) एवं प्रसारण मंत्री और युवा मामले एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा है कि सप्ताहिक छुट्टियों का इंतजार करने के बजाय खेल को कहीं और कभी भी खेला जाना चाहिए।
वह पादुकोण-द्रविड़ सेंटर फॉर स्पोर्ट्स एक्सीलेंस (सीएसई) में खिलाड़ियों के साथ बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र में अत्याधुनिक सुविधाओं का उपयोग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए खिलाड़ियों को और अधिक कौशल विकास करने के लिए किया जाना चाहिए।
पादुकोण-द्रविड़ सेंटर फॉर स्पोर्ट्स एक्सीलेंस (सीएसई) बेंगलुरु में 15 एकड़ में निर्मित एक विश्व स्तरीय एकीकृत खेल परिसर है। सीएसई बैडमिंटन, क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस, तैराकी, स्क्वैश, बास्केटबॉल और निशानेबाजी में अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करता है।
CSE का उद्देश्य प्रतिस्पर्धी और शौकिया एथलीटों, पेशेवर कोचों, खेल अकादमियों और इच्छुक युवा प्रतिभाओं को उनकी पसंद के खेल में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करना है। CSE को हाल ही में भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा बैडमिंटन और तैराकी दोनों के लिए राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (National Center of Excellence) के रूप में मान्यता दी गई है।
सीएसई (CSE) की अकादमी भविष्य में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों (International Players) को तैयार करने के उद्देश्य से खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और पोषित करने के लिए जमीनी स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करती है। सीएसई ने भारत से लक्ष्य सेन, श्रीहरि नटराज, अश्विनी पोनप्पा और अपूर्वी चंदेली जैसे प्रतिभाशाली और सफल खिलाड़ी तैयार किए हैं।
इस अवसर पर क्रिकेटर राहुल द्रविड़, पादुकोण-द्रविड़ सेंटर फॉर स्पोर्ट्स एक्सीलेंस (सीएसई) के प्रबंध निदेशक, विवेक कुमार, सदस्य और वरिष्ठ अधिकारी इस दौरान उपस्थित थे।
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