एस.पी.सक्सेना/बोकारो। बोकारो (Bokaro) के मखदुमपुर निवासी शिक्षक अमानत हुसैन एवं उनकी पत्नी के साथ बुरी तरह मारपीट करने वाली बालीडीह थाना प्रभारी नूतन मोदी के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्रवाई का नहीं होना पुलिस (Police) की तानाशाही का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
यह दुर्भाग्यपूर्ण और सरकार (Government) को कलंकित करने वाला है। उक्त बातें एक फरवरी को भाकपा माले नेता विकास सिंह ने कही।
माले नेता सिंह ने कहा कि शिक्षक की पुत्री रौशन जहां के द्वारा देश के प्रधानमंत्री (Prime minister), राज्य के मुख्यमंत्री, धनबाद सांसद, बोकारो विधायक को ट्वीट के माध्यम से न्याय दिलाने की अपील करने के बाद भी किसी प्रकार की कार्रवाई आजतक नहीं होना जनता में कई तरह का सवाल पैदा कर रहा है।
सांसद पशुपति नाथ सिंह द्वारा संज्ञान तो लिया गया, लेकिन डीआईजी के नाम एक पत्र लिखकर जांच की मांग कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली गई।
माले नेता सिंह ने कहा कि इस मामले को लेकर भाकपा-माले जिला कमेटी की एक विशेष बैठक बोकारो स्टील सिटी में आहूत की गई, जिसमें एसपी बोकारो की जांच रिपोर्ट को कानून और न्याय के साथ भद्दा मजाक बताते हुए उनसे आईपीसी की धारा 330 पढ़ने की अपील की गई।
बैठक में निर्णय लिया गया कि बालिडीह पुलिस की आपराधिक कार्रवाई एवं जांच के नाम पर मामले की लीपापोती के खिलाफ 8 फरवरी को उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना देकर ज्यूडिशियल मैजिस्ट्रेट द्वारा जांच की मांग की जाएगी। साथ ही अपराधी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कानूनी प्रावधान के तहत कोर्ट में भी मामला दायर किया जाएगा।
ज्ञात हो कि बोकारो के मखदुमपुर निवासी शिक्षक अमानत हुसैन, जो घर-घर जाकर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाते थे एवं उनकी पत्नी को बीते 30 दिसंबर 2021 की रात 8 बजे एक चोरी की घटना में पूछताछ के लिए बुलाकर दोनों को रातभर बुरी तरह पिटाई की गई थी। घायल शिक्षक कई दिनों तक अस्पताल में इलाजरत रहे थे।
आयोजित बैठक में भाकपा-माले केन्द्रीय कमेटी सदस्य कॉमरेड शुभेंदु सेन, बोकारो जिला सचिव देवदीप सिंह दिवाकर, विकास कुमार सिंह, जेएन सिंह, बालेश्वर गोप, उमेश राय, सुरेन्द्र यादव, शोभा देवी, बालेश्वर यादव, सुरेन्द्र घासी सहित दर्जनों रहिवासी उपस्थित थे।
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