दलित बेटी दुष्कर्म हत्याकांड मामले में गिरफ्तारी नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण-विधायक

पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना नागरिक समाज का कर्तव्य-शशि यादव

थाना प्रभारी को नहीं हटाया गया तो 4 अप्रैल को समस्तीपुर बंद होगा-उमेश कुमार

एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। समस्तीपुर जिला के हद में उजियारपुर की दलित बेटी दुष्कर्म व् हत्याकांड के अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं होने को विधायक सत्यदेव राम ने दुर्भाग्यपूर्ण कहा है। विधायक 2 अप्रैल को संवाददाता सम्मेलन में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।

अपराधियों, शराब माफियाओं के संरक्षक उजियारपुर थाना प्रभारी को निलंबित करने, पीड़ित परिवार को मुआवजा देने, मोबाइल से माले नेता को जान से मारने की धमकी देने सहित अन्य मांगों को लेकर पिछले 7 दिनों से चल रहे आमरण अनशन के प्रति पुलिस प्रशासन की बेरुखी का विरोध करते हुए भाकपा माले के विधायक सह खेग्रामस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यदेव राम ने 2 अप्रैल को कहा कि 302 धारा के तहत उजियारपुर थाना में दर्ज कांड क्रमांक 309/23 छह महीना गुजर जाने के बावजूद गिरफ्तारी नहीं होना पुलिस प्रशासन पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।

विधायक राम ने इसे अपराधी और थाना की मिलीभगत का परिणाम करार दिया। उन्होंने कहा कि उजियारपुर थाना में अपराधियों की हरबे हथियार के साथ गोलबंदी की तस्वीर वायरल हो चुकी है। अपराधियों की कोशिश थी कि कोई इस हत्याकांड पर आंदोलन की हिम्मत नहीं कर सके। इतने सारे तथ्य रहने के बावजूद थाना प्रभारी का थाना में बने रहना दिखलाता है कि दाल में कुछ काला है। उन्होंने कहा कि पुलिस कप्तान को समग्र जांच के मद्देनजर थाना प्रभारी को तत्काल हटाना चाहिए।

इस अवसर पर भाकपा माले पोलित ब्यूरो सदस्य सह मिथिलांचल प्रभारी धीरेंद्र झा ने कहा कि इंसाफ के लिए निर्णायक आंदोलन होगा। अगर पुलिस प्रशासन तत्काल कदम नहीं उठाती है तो आंदोलन को राज्य स्तर तक विस्तारित किया जाएगा।

अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन की राज्य सचिव शशि यादव ने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय और मुआवजा दिलाना नागरिक समाज का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या के सवाल पर प्रशासन इसलिए उदासीन है क्योंकि वह दलित मजदूर की बेटी है। उन्होंने कहा कि पीड़िता की मां को पटना ले जाकर मामले को राज्य सरकार के समक्ष पेश किया जाएगा।

मौके पर जिला सचिव प्रो. उमेश कुमार ने कहा कि पुलिस प्रशासन की बेरुखी हमें समस्तीपुर बंद का आह्वान करने को मजबूर कर रहा है।थाना प्रभारी को हटाने और अन्य मुद्दों पर अपेक्षित पहल का आश्वासन अगर मिल जाता तो हम आंदोलन को स्थगित कर देते। लेकिन एसपी इतनी छोटी कार्रवाई करने के लिए भी तैयार नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि उक्त मामले में अगर पुलिस प्रशासन द्वारा 3 अप्रैल तक अपेक्षित कदम नहीं उठाया गया तो 4 अप्रैल को समस्तीपुर बंद होगा और महागठबंधन के माले प्रत्याशी फूलबाबू सिंह, रंजीत राम, खेग्रामस जिलाध्यक्ष उपेंद्र राय और अन्य संगठनों के नेतागण 4 अप्रैल से अनशन पर बैठेंगे।

संवाददाता सम्मेलन को उपरोक्त के अलावे फूलबाबू सिंह, जीबछ पासवान, बंदना सिंह, महावीर पोद्दार, अमित कुमार, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, ललन कुमार, उपेंद्र राय, सुनील कुमार आदि ने भी संबोधित किया।

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