सीएस ने समीक्षा बैठक में प्रस्तुत किए विभागीय इंतजामों के आंकड़े
संतोष कुमार/वैशाली (बिहार)। चमकी बुखार को लेकर वैशाली जिला प्रशासन (Vaishali district Administration) ने अभी से हीं सजगता दिखाना शुरू कर दिया है। इसे लेकर जिलाधिकारी उदिता सिंह (Udita Singh) की अध्यक्षता में 19 अप्रैल को समाहरणालय सभाकक्ष में समीक्षा बैठक बुलाई गई।
समीक्षा बैठक (Review Meeting) में जिलाधिकारी उदिता सिंह ने वर्तमान इंतजामों की जानकारियां ली और आवश्यक निर्देश संबंधित विभागों और उससे जुड़े पदाधिकारियों को दिए। उन्होंने चमकी बुखार या एईएस (AES) को लेकर सघन जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया।
जिला शिक्षा पदाधिकारी से स्कूलों में जागरूकता अभियान संचालित करने को कहा। वहीं आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कर्मियों और जीविका दीदियों को जागरूकता अभियान की खास जिम्मेदारी देने के निर्देश दिए। इसके अलावा एक से पंद्रह वर्ष तक के बच्चों का सर्वे आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कर्मियों से करने को कहा गया।
बैठक में जिला स्वास्थ्य महकमा के साथ साथ संबंधित विभागों को भी शामिल किया गया। उधर सिविल सर्जन डॉ अखिलेश कुमार मोहन ने समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी को विभागीय इंतजामों की जानकारी दी। सीएस ने बताया कि सदर अस्पताल में इसे लेकर 15 बेड रखे गए है। जबकि प्रखंडों में मात्र दो बेड प्रति प्रखंड इंतजाम किए गए हैं।
यह भी बताया गया कि 125 चिकित्सकों, 85 स्वास्थ्य कर्मियों और 431 एएनएम का प्रशिक्षण कार्य भी इसे लेकर पूरा कर लिया गया है। जिला प्रशासन की तरफ से जागरूकता अभियान के तहत बताया गया कि एक लाख हैंडबिल और 44 सौ पोस्टर्स भी वितरित किए गए हैं। साथ ही सभी प्रखंडों के कंट्रोल रूम (Control Room) और निजी वाहनों को टैग भी किया गया है।
चमकी बुखार को लेकर प्रशासन (Administration) ने सख्त इंतजाम किए जाने की जानकारी साझा किया है। बताया गया कि पंचायत स्तर पर आरबीएसके वाहन से माइकिंग कराया जाएगा। स्वास्थ्य केंद्रों पर सभी चिकित्सक अनिवार्य रूप से दर्पण एप पर उपस्थिति दर्ज करेंगे।
इसकी सख्त हिदायत भी दी गई। साथ ही रोस्टर के मुताबिक निजी वाहनों की न्यूनतम राशि चार सौ और अधिकतम एक हजार बताई गई। रोस्टर के अनुसार चिकित्सकों और पैरामेडिकल कर्मियों की भी ड्यूटी तय कर दी गई है।
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