वर्ष 2025 देश के मजदूरों के लिए करो या मरो का वर्ष होगा-लखनलाल
एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। केंद्रीय श्रम संगठन एटक से संबद्ध यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन ढोरी एरिया का एक दिवसीय सम्मेलन 7 मार्च को बोकारो जिला के हद में कल्याणी स्थित यूनियन कार्यालय मे आयोजित किया गया।
सम्मेलन का शुभारंभ जेबीसीसीआई सदस्य लखनलाल महतो, वरिष्ठ नेता सीएस झा व् सुजीत कुमार घोष द्वारा झंडोतोलन कर किया गया। सम्मेलन के अध्यक्ष मंडली में जितेंद्र दुबे, जवाहरलाल यादव और भीम महतो आदि ने संचालन किया। सम्मेलन के दौरान ढ़ोरी क्षेत्र के सचिव भीम महतो ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। प्रतिवेदन को सर्वसम्मति से सदन द्वारा पास किया गया। तत्पश्चात ढ़ोरी एरिया का पुनर्गठन किया गया। जिसमें 31 सदस्यीय नवनिर्वाचित सदस्यों का चयन किया गया।
जिसमें अध्यक्ष जितेंद्र दूबे, कार्यकारी अध्यक्ष जवाहरलाल यादव, उपाध्यक्ष बुटल महतो, रविंद्र गिरि व शंकर ठाकुर, सचिव भीम महतो, सह सचिव सीताराम घोबी, शिव नारायण व राजू महतो, संगठन सचिव राजेंद्र रविदास, सह संगठन सचिव रामचंद्र मांझी, कोषाध्यक्ष गणेश महतो व राम नारायण महतो सहित 31 कार्यकारणी सदस्य बनाये गए।
इस अवसर पर जेबीसीसीआई सदस्य व् यूसीडबल्यूयू के कार्यकारी अध्यक्ष लखन लाल महतो ने यूनियन की सदस्य संख्या बढ़ाने पर बल दिया। साथ ही कहा कि जिस क्षेत्र का सदस्यता शुल्क जमा हो गया है या बकाया है वे मार्च माह तक जमा कर दें। महतो ने कहा कि कोल इंडिया में वर्तमान में 80 प्रतिशत आउटसोर्सिंग के द्वारा उत्पादन कार्य किया जा रहा है। आने वाले समय में यह शत प्रतिशत हो जाएगा। इसलिए अभी से ही हम सबको अपने अस्तित्व को बचाने का प्रयास करना है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान केन्द्र सरकार भ्रष्टाचारियों की सरकार है। कहा कि वर्तमान मे कोल इन्डिया मे दो लाख 10 हजार मैन पावर बचे हुए है। कोल इन्डिया का अस्तित्व खतरे मे है। मजदूर एकजुट होकर कोल इन्डिया की मजदूर विरोधी नीति का विरोध करे। झारखंड एटक के कार्यकारी अध्यक्ष सह जेबीसीसीआई सदस्य महतो ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि कोयला मजदूरों एक हों और लड़ो, सफलता अवश्य मिलेगी। मजदूरों के पास खोने के लिए कुछ नहीं, पाने के लिए पुरी दुनिया है। उन्होंने कहा कि जब जब कोयला मजदूर एक होकर लड़ा है, तब तब उसे जीत मिली है। एक बार फिर मेडिकल अनफिट सहित कई मुद्दों पर तीखा आंदोलन, लड़ाई जरुरी है।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश के आर्थिक विकास में सार्वजनिक क्षेत्र की मुख्य भूमिका रही है। अभी भी सार्वजनिक क्षेत्र हर साल केन्द्र सरकार को लाखों करोड़ लाभांश देती है। कोल इंडिया में एमडीओ मोड, रेवेन्यू शेयरिंग एवं कॉमर्शियल माइनिंग शुरू हो गई है। आउटसोर्सिंग में कार्यरत मजदूरों का एचपीसी वेज नहीं मिलता है।
आउटसोर्सिंग मजदूरों का शोषण जारी है। वर्ष 2025 देश के मजदूरों के लिए करो या मरो का वर्ष होगा। अप्रैल माह से केन्द्र सरकार चार श्रम संहिता (लेबर कोड) लागू करने की घोषणा करने वाली है। यह लेबर कोड मजदूरों के लिए फांसी का फंदा साबित होगी। इसलिए आगामी 18 मार्च को देशभर के मजदूर जमात दिल्ली में जमा हो रहे हैं। जहाँ मजदूरों का कन्वेंशन होगा और आन्दोलन का शंखनाद किया जाएगा। एटक आगामी 5 मई को देशभर में राष्ट्रीय न्यूनतम मजदूरी दिवस मनाएगी। उन्होंने सीएमपीएफ एक्ट 2025 तथा एकीकृत पेंशन योजना 2025 की भी चर्चा की।
जोनल अध्यक्ष चन्द्र शेखर झा ने नए कमिटी को बधाई देते हुए कहा कि ढोरी क्षेत्र में संगठन को संघर्ष शील और मजबूत संगठन बनायें। सम्मेलन को सुजीत कुमार घोष ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर यूनियन के सुरेश प्रसाद शर्मा, नवीन कुमार विश्वकर्मा सहित दर्जनों ने संबोधित किया।
महतो ने दर्जनों मजदूर साथियों को माला पहनाकर यूनियन में शामिल किया। सम्मेलन में आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा मजदूरों का शोषण पर रोक लगाने, सेवानिवृत कामगारों को ग्रेच्युटी, सीएमपीएफ, एरियर तथा लिव इनकेसमेंट में हो रहे परेशानी, संडे ड्यूटी, आवास से जुड़े समस्या समाधान पर चर्चा किया।
बीते 6 मार्च को डब्ल्यूसीएल के पाथरखेड़ा क्षेत्र में हुए खान दुर्घटना में मारे गए एक सहायक प्रबंधक, एक ओभरमैन एवं एक माइनिंग सरदार के प्रति एक मिनट मौन रख कर श्रद्धांजलि दी गई तथा उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की गई। इस अवसर पर नंद किशोर सिंह, सुरेश शर्मा, नवीन कुमार विश्वकर्मा, नरेश महतो, गणेश प्रसाद महतो, झरि महतो, बालेश्वर, भूषण सिंह, गुलेश्वर महतो, निमाई पाल, छोटेलाल घासी, मुन्ना लोहार, परमेश्वर महतो आदि उपस्थित थे।
67 total views, 3 views today