एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में जारंगडीह स्थित के. बी. कॉलेज बेरमो में 11 जुलाई को दोनों सत्र में दो अलग अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। पहले सत्र में जहां दो दिवसीय ओरिएंटेशन सह इंडक्शन कार्यक्रम जबकि दूसरे सत्र में बढ़ती जनसंख्या विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जानकारी के अनुसार पहले सत्र में नई शिक्षा नीति के तहत चार वर्षीय पाठ्यक्रम सत्र 24 से 28 के नए विद्यार्थियों का दो दिवसीय ओरिएंटेशन सह इंडक्शन कार्यक्रम की शुरुआत तथा दूसरे सत्र में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर बढ़ती जनसंख्या के दुष्परिणाम विषय पर जागरुकता कार्यशाला आयोजित किया गया।
पहले सत्र में चार वर्षीय नए सत्र के कला, वाणिज्य, विज्ञान, मानवीय संकाय, बीसीए, बीबीए के नए विद्यार्थियों का दो दिवसीय ओरिएंटेशन सह इंडक्शन कार्यक्रम की शुरुआत एडमिशन सेल एवं आईक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में तथा दूसरा सत्र राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर बढ़ती जनसंख्या के दुष्परिणाम विषय पर जागरुकता कार्यशाला प्राचार्य लक्ष्मी नारायण की अध्यक्षता में कॉलेज के जंतु शास्त्र सभागार में विधिवत् दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

इस अवसर पर प्रोफेसर इंचार्ज सह एनईपी कोऑर्डिनेटर प्रो. गोपाल प्रजापति, कोऑर्डिनेटर एडमिशन सेल डॉ साजन भारती, आईक्यूएसी कोऑर्डिनेटर डॉ अरुण कुमार रॉय महतो द्वारा विद्यार्थियों को कॉलेज की गतिविधियों, चार वर्षीय पाठ्यक्रम, फैकल्टी से परिचय परीक्षा, कॉलेज के नियम, विषय का स्कोप, स्पोर्ट्स, एनएसएस, पुस्तकालय, एनईपी आदि विषयों पर छात्र छात्राओं को विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।
इस अवसर पर डॉ अलीशा वंदना लकड़ा, डॉ मधुरा केरकेट्टा, डॉ व्यास कुमार, प्रो. अमीत कुमार रवि ने अपने अपने विषयों की जानकारी दी। प्राचार्य लक्ष्मी नारायण ने विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर कहा कि आबादी नियंत्रण और छोटा परिवार घर के सुख समृद्धि का आधार है।
उन्होंने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के दुष्परिणाम जनसंख्या विस्फोट आणविक विस्फोट से भी कई गुना घातक है। यदि समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं किया गया तो आने वाली पीढ़ी को भोजन, वस्त्र, आवास, स्वच्छ पेयजल आदि मूलभूत सुविधाओं से वंचित होना पड़ेगा।
कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ प्रभाकर कुमार ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के प्रति आमजनों में जागरूकता अति आवश्यक है। ताकि गरीबी, अशिक्षा, बेरोजगारी, वनों की कटाई, जैव विविधता के नुकसान, खाद्य समस्या, प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन, पारिस्थितिकी तंत्र प्रभावित प्रजातियां विलुप्त आदि दुष्परिणाम के प्रति जागरूक बन सकें।
जिससे प्रभावी तरीके से जनसंख्या नियंत्रण की दिशा में पहल कर सके। डॉ अरुण कुमार रॉय महतो ने छोटा परिवार सुखी परिवार का स्मरण रखते हुए कहा कि जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाने में हम सभी को मदद करना चाहिए।
इस अवसर पर एनएसएस स्वयं सेवकों ने भी इसके प्रचार प्रसार की शपथ ली और अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता को दोहराया। पोस्टर और स्लोगन बना कर जागरूकता संदेश कॉलेज की छात्रा खुशबु कुमारी द्वारा प्रस्तुत किया गया।
दोनों सत्र के कार्यक्रमों का मंच संचालन डॉ अरुण कुमार रॉय महतो एवं धन्यवाद ज्ञापन कार्यालय कर्मी रविंद्र कुमार दास ने किया। दोनो सत्रों के कार्यक्रम में प्राचार्य लक्ष्मी नारायण, प्रो. इंचार्ज गोपाल प्रजापति, आईक्यूएसी कोऑर्डिनेटर डॉ अरुण कुमार रॉय महतो, एडमिशन सेल कोऑर्डिनेटर डॉ साजन भारती, एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ प्रभाकर कुमार, डॉ आर पी पी सिंह, डॉ अलीशा वंदना लकड़ा, आदि।
डॉ नीला पूर्णीमा तिर्की, डॉ मधुरा केरकेट्टा, डॉ वासुदेव प्रजापति, डॉ व्यास कुमार, प्रो. अमीत कुमार रवि, प्रो. संजय कुमार दास, प्रो. सुनीता कुमारी, कार्यालय कर्मी रविंद्र कुमार दास, सदन राम, मो. साजिद, रवि कुमार यादबिंदु, बालेश्वर यादव, राजेश्वर सिंह, पुरषोत्तम चौधरी, दर्जनों एनएसएस स्वयं सेवक छात्र छात्राओं की उपस्थिति रही।
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