सीआरपीएफ 7वीं बटालियन मुख्यालय से युवाओं को कमांडेंट ने दिखाई हरी झंडी
ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। 14वीं जनजाति युवा आदान प्रदान कार्यक्रम के अंतर्गत सीआरपीएफ 7वीं बटालियन मुख्यालय से 11 फरवरी को 20 युवाओ को उड़ीसा के भुवनेश्वर के लिए भेजा गया।
जानकारी के अनुसार गिरिडीह जिले की ग्रामीण क्षेत्रों की 10 युवतियां और 10 युवक हैं, जो सीआरपीएफ के गाइड के अंडर में भ्रमण करेंगे। गौरतलब है कि गृह मंत्रालय भारत सरकार युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय द्वारा इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहा है।
इस भ्रमण का मुख्य उद्देश्य उड़ीसा जाकर यहां के जनजातीय युवा वहां के रहन-सहन, परिवेश, काम, रोजगार, बोलचाल संस्कृति आदि का आदान प्रदान करेंगे। वहां से लौटकर अपने घर गांव में आकर रहिवासियों को वहां के परिवेश की जानकारी दें। ताकि उनके माध्यम से खुद का ज्ञान बढ़ने के साथ साथ गांव घर के सदस्यों का भी दूर देश के बारे में ज्ञान प्राप्त हो सके।
इस मौके पर बच्चों के बीच आवश्यक किट भी वितरित किए गए।
इस अवसर पर सीआरपीएफ 7वीं बटालियन के कमांडेंट कंपिंग गिल ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम पूर्व में भी किए जाते रहे हैं। जिसमें बच्चों को देहरादून (उत्तराखंड) तथा लखनऊ (उत्तर प्रदेश) आदि स्थानों पर भी भेजा गया था।
जो काफी सफल रहा। उन्होंने कहा कि बच्चे वहां जाकर प्रतियोगिता आदि कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे तथा यहां की संस्कृति वहां प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने बच्चों को इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए तथा उनके इस यात्रा की शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर सीआरपीएफ सेवन बटालियन के सीईओ कपिंग गिल, उप कमांडेंट नवीन विश्वकर्मा सहित सीआरपीएफ के अधिकारीगण व एवं नेहरू युवा केंद्र के अधिकारी भी उपस्थित थे।
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