अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में विश्व प्रसिद्ध हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेला के पर्यटन विभाग के मुख्य मंच पर बीते संध्याकालीन बेला में पटना की सांस्कृतिक संस्था त्रिवेणी के कलाकारों ने लोक नृत्य एवं गीत गवनई के माध्यम से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।
बिहार के प्रसिद्ध लोक नृत्य झूमर, कजरी, युगल नृत्य, भाव नृत्य की भी प्रस्तुति की गयी। इसके अलावा स्थानीय छात्रों ने पद्मश्री शारदा सिन्हा के गीत बदरिया छाई रे रामा, अरे रामा भादो रैन अंधियारी, बदरिया छाई रे रामा पर नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को झुमाया। वही अगली प्रस्तुति कार्तिक मास जे आकासे बदरी सखिया निर्मल रतिया खेलने झुमरी, हम तो पहिर चुनरिया चली रे बजरिया हमार कोई का करिहें आदि कई लोक नृत्य से मंच गुलजार होता रहा।
त्रिवेणी के सहयोगी कलाकारों में सोनाली सरकार, अदिति सिंह, अनुष्का घोष, रूमा डे, संध्या कुमारी, खुशबू कुमारी, मानसी, अनंत मिश्रा, अमित राज, देव कुमार आदि का सराहनीय योगदान रहा। कार्यक्रम की अगली कड़ी में कला कुंज बिहार के कलाकारों द्वारा गीत -संगीत एवं नृत्य की प्रस्तुति की गयी। इसके पश्चात सुरभि कला मंच सोनपुर के राज्य स्वास्थ्य समिति छपरा के निर्देश के आलोक में रंगारंग मनोरंजन कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
प्रथम प्रस्तुति मनोज कुमार पंडित के कृष्ण भजन से काहे तेरी अंखियों में पानी के पश्चात संभालअ न त भौजी चुनर उड़ी जाए, आदित्य राज की गायकी सैया मिले लड़कईयां ना मैं का करूं, हाय हाय बहरी जाए हमरी गगरिया आदि गीतों की प्रस्तुति कर तालियां बटोरी गीत पर तबले पर संगत कर रहे थे अंकुश राज, नाल पर लाल बाबू पासवान।
वहीं, भाव नृत्य की प्रस्तुति में बिहार का डोमकछ अनारकली तोहार कहां गइले को अरविंद कुमार एवं सीमा कुमारी ने भाव नृत्य कर तालियां बजवाई। तू चले लू डगरिया तो नदी बीच न नैया गणेश लाल यादव ने गाकर समा बांधा।
वहीं सुरभी कला मंच के बाल कलाकार वैभव कुमार ने भाव नृत्य की प्रस्तुति देकर दर्शकों से तालियां बजवाई। अदम है प्रचंड है अगली प्रस्तुति ट्रैकिंग सॉन्ग बड़ी दूर से आए हैं अभिनव त्रिपाठी ने गाया, तो गायक गौरव सिंह ने ओढ़नी के रंग पीयर गाकर दर्शकों को आह्लादित किया। कार्यक्रम का संचालन उद्घोषणा रंगकर्मी विट्ठल नाथ सूर्य ने किया। कार्यक्रम में सुरभि कला मंच परिवार के सदस्य गण भी उपस्थित थे।
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