आदिवासी सेंगेल अभियान प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न

प्रशिक्षण कार्यक्रम में सालखन मुर्मू हुए शामिल

फिरोज आलम/जैनामोड़ (बोकारो)। आदिवासी सेंगेल अभियान द्वारा 11 जुलाई को बोकारो में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सालखन मुर्मू शामिल हुए।

जानकारी के अनुसार उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद सालखन मुर्मू द्वारा बताया गया कि बीते 4 जुलाई को सेंगेल ज़ूम मीटिंग में 7 प्रदेशों के 181 सेंगेल प्रतिनिधियों द्वारा प्रस्ताव पारित कर कई महत्वपूर्ण फैसला लिया गया। जिसमे राष्ट्रीय अध्यक्ष मुर्मू द्वारा कहा गया कि हेमंत सरकार संताली को प्रथम राजभाषा का दर्जा दो नहीं तो गद्दी छोड़ो।

इस मुद्दे पर आदिवासी सेंगेल अभियान आगामी 17 जुलाई को झारखंड के सभी ज़िला मुख्यालयों में सरकार का पुतला दहन करेगा। ततपश्चात 31 जुलाई को सभी ज़िला मुख्यालयों में धरना- प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम उपायुक्त को ज्ञापन प्रदान करेगा।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में कहा गया कि पुतला दहन, धरना प्रदर्शन और ज्ञापन- पत्र के माध्यम से हेमंत सरकार से निम्न सवालों का जवाब मांगा जाएगा, जिसमें अब तक अनुच्छेद 345 के तहत संताली भाषा को झारखंड की प्रथम राजभाषा का दर्जा क्यों नहीं दिया? क्यों जेएमएम के एमएलए/ एमपी ओल चिकी लिपि का विरोध करते हैं?

क्यों मरंग बुरू को 5 जनवरी को जैनियों के हाथों बेच दिया गया?
कहा गया कि क्यों सरना धर्म कोड की जगह सरना आदिवासी धर्म कोड बिल पास कर बिना राज्यपाल के हस्ताक्षर के दिल्ली भेजा तथा आदिवासी जनता को ठगा।

क्यों कुर्मी महतो को 8 फ़रवरी 2018 को आदिवासी बनाने का अनुशंसा किया है ? क्यों सीएनटी/एसपीटी कानून का गला घोंट कर 23 मार्च 2021 को शहरी विकास के नाम पर लैंड पूल बिल पास किया है? क्यों 12 जून 2020 को वीर शहीद सिदो मुर्मू के वंशज रामेश्वर मुर्मू की संदिग्ध हत्या के मामले पर वोट बैंक की लोभ लालच में सीबीआई जांच नहीं किया गया।

कहा गया कि जब स्थानीयता लागू नहीं कर सकता है तो प्रखंडवार नियोजन नीति क्योँ लागू नहीं करता है? क्यों आदिवासी स्वशासन व्यवस्था में जनतांत्रिक और संवैधानिक सुधार की पहल करने के बजाय परंपरा के नाम से नशा पान, अंधविश्वास, डायन प्रथा, महिला विरोधी मानसिकता, वोट को हँडिया दारु चखना रुपयों में खरीद बिक्री आदि को बढ़ावा देता है? महान बीर शहीद सिदो मुर्मू और बिरसा मुंडा के वंशजों के लिए दो ट्र्स्ट का गठन कर प्रत्येक को ₹100 करोड़ का अंश पूंजी अबतक क्योँ नहीं प्रदान किया ?

सेंगेल प्रशिक्षण में सेंगेल के केंद्रीय संयोजक सुमित्रा मुर्मू, झारखंड प्रदेश अध्यक्ष देवनारायण मुर्मू, प्रदेश संयोजक सुगदा किस्कू, प्रदेश संयोजक करमचंद हांसदा, बोकारो जोनल संयोजक जयराम सोरेन, जिलाध्यक्ष सुखदेव मुर्मू, सेंगेल सरना धर्म मंडवा प्रदेश अध्यक्ष रामकुमार मुर्मू, आदि।

सेंगेल माझी परगना मंडवा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रमोहन मार्डी, भीम मुर्मू, गोपीनाथ मुर्मू, कालीचरण किस्कू, संतोष मुर्मू, ललिता सोरेन, सविता टुडू, सरस्वती किस्कू, रिझू मुर्मू, जगदेव हेम्बरम, महेश सोरेन, उपेन्द्र मुर्मू, राखो किस्कू, अरुण हेम्बरम, रामसुंदर बेसरा, संजूल मुर्मू आदि मौजूद थे।

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