एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में सीसीएल कथारा क्षेत्र (CCL Kathara Area) के जारंगडीह परियोजना रेलवे साइडिंग कांटा घर के समीप बीते 13 जुलाई की देर रात्रि निजी कंस्ट्रक्शन कंपनी के क्रेशर ऑपरेटर का काम के दौरान ड्रम में फंसने से हांथ धर से अलग हो गया। घटना के बाद उसे स्थानीय अस्पताल में प्रार्थमिक उपचार के बाद बिजीएच बोकारो भेज दिया गया। समाचार प्रेषण तक उक्त कर्मी की हालत गंभीर बतायी जा रही है।
जानकारी के अनुसार अविनाश सिंह नामक निजी कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा निर्मित क्रेशर में बीते 13 जुलाई की देर रात्रि लगभग 11:30 बजे क्रेशर ऑपरेटर सुधीर कुमार का बाया हाथ कन्वीनर ड्रम में फंसने से कंधे से उखड़ कर अलग हो गया। वहां कार्यरत कर्मियों के अनुसार लगभग एक घंटा तक कोई भी एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण निजी वाहन से उसे बीजीएच बोकारो ले जाया गया।
जहां उसे भर्ती कराया गया। घायल के सहकर्मियों से उसके बारे में विस्तृत पूछताछ करने पर कर्मियों ने बताया कि सुधीर कुमार बिहार के वैशाली जिला के हाजीपुर का रहने वाला है। वह उक्त ठेका कंपनी में क्रेशर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है। उसकी उम्र लगभग 35 वर्ष के करीब है।
कर्मियों के अनुसार वह पूर्व से हीं दाया हाथ से विकलांग है। वह बाया हाथ से कार्य करता था। जबकि 2 माह पूर्व उसकी धर्मपत्नी प्रेग्नेंट रहने के दौरान अचानक तबियत बिगड़ने के कारण चल बसी। उसके 4 बच्चे हैं, जिसमें दो पुत्र और दो पुत्री है। सबसे बड़े पुत्र लगभग 12 वर्ष का, दूसरा 10 वर्ष, तीसरा 8 वर्ष तथा चौथा 5 वर्ष का है।
इस संबंध में पत्रकारों द्वारा कथारा महाप्रबंधक (General manager) हर्षद दातार से पूछे जाने पर उन्होंने क्रेशर ऑपरेटर को अस्पताल जाकर देखने की बातें कही। उन्होंने बताया कि उनकी पहली प्राथमिकता उसका सही इलाज कराना है। सूत्रों के अनुसार अविनाश कंस्ट्रक्शन क्रेशर में सेफ्टी के नाम से कर्मियों को किसी प्रकार की सामग्री मुहैया नहीं कराई गई थी। समाचार लिखे जाने तक मरीज की हालत गंभीर बनी हुई है।
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