रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड के दुर्गापुर पंचायत भवन में 15 जून को किशोरियों एवं युवा महिलाओं को जीवन कौशल एवं कानूनी सहायता पर सहयोगिनी द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
इस दौरान घरेलू हिंसा, मानव तस्करी, बाल विवाह, पोक्सो एक्ट, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न एवं मौलिक अधिकारों के बारे में जानकारी दिया गया। इस अवसर पर व्यवहार न्यायालय तेनुघाट की अधिवक्ता कल्याणी ने बताया कि महिलाओं के हित में कई प्रकार के कानून है, जिसे हमें जानना बेहद जरूरी है। कहा कि सबसे पहले तो हमारे संविधान में जो मौलिक अधिकार दिए गए हैं, जिसमें समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरुद्ध अधिकार, धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार सहित 6 मूलभूत अधिकार है। हमारे मौलिक अधिकार का हनन होने पर हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में रिट पिटिशन दे सकते हैं।
प्रशिक्षक ने बताया कि पोक्सो कानून 18 साल से कम उम्र के बच्चों को शारीरिक एवं मानसिक भावनात्मक हिंसा के शिकार होने से कानूनी तौर पर संरक्षित करता है। कहा गया कि कोई भी व्यक्ति अगर किसी नाबालिग के साथ छेड़छाड़, जबरदस्ती परेशान करता या गलत तरीके से छेड़ना, गंदे चित्र दिखाना, गलत तरीके से इशारा करना, बल पूर्वक दुष्कर्म का प्रयास करना कानूनी अपराध है।
घरेलू हिंसा एवं बाल विवाह निषेध अधिनियम के बारे में चर्चा करते हुए बताया गया कि 18 साल से कम उम्र में लड़की एवं 21 साल से कम उम्र में लड़के की शादी कानूनन जुर्म है। अगर कोई बाल विवाह करवाता है या करवाने में सहयोग करता है तो उन्हें जेल की सजा भी हो सकती है। उन्होंने बताया कि आईपीसी की धारा 498 अ विवाहित महिला को उसके पति या ससुराल पक्ष द्वारा की गई क्रूरता से संरक्षित करता है। जो कोई भी पति या उसके रिश्तेदार विवाहित महिला के साथ क्रूरता करता है, तो उसे 3 साल की सजा (कारावास) और जुर्माना का भागी होना पड़ेगा।
सहयोगिनी संस्था के समन्वयक प्रकाश कुमार महतो ने बताया कि सहयोगिनी संस्था कसमार प्रखंड के 30 गांवों में किशोरियों एवं युवा महिलाओं के संवर्धन एवं नेतृत्व क्षमता विकसित करने को लेकर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि इन गांवों में किशोरियों एवं महिलाओं को सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजना जैसे सावित्री बाई फूले किशोरी समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री मैया सम्मान योजना, कन्या दान योजना, स्कॉलरशिप, साइकिल योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना एवं कौशल विकास से जोड़ कर उनके जीवन को बेहतर बनाने का काम किया जा रहा है। जीवन कौशल के प्रशिक्षण से उनके अंदर संचार कौशल, निर्णय लेने एवं समस्या का समाधान करने के गुणों को विकसित किया जा रहा है।
प्रशिक्षण के दौरान दुर्गापुर पंचायत की एनिमेटर बिनीता देवी ने बताया कि किशोरियों के साथ समूह बना कर उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ने एवं विभिन्न प्रकार के हिंसा से रोकथाम को लेकर कार्य की जा रही है। मौके पर मालावती कुमारी, प्रीति कुमारी, नेहा कुमारी, सबनम प्रवीण, डोली कुमारी, शोभा कुमारी, प्रियंका कुमारी, ज्योति रानी, पिंकी देवी, श्रुति नायक, प्रमोद कुमार नायक आदि उपस्थित थे।
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