रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। बोकारो जिला उपायुक्त अजय नाथ झा के निर्देशानुसार एवं सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण प्रसाद की अध्यक्षता में 13 जून को सदर अस्पताल बोकारो के सभागार में नशा मुक्ति अभियान एवं मानसिक स्वास्थ्य विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें जिले के विभिन्न नर्सिंग कॉलेजों के प्रशिक्षु नर्सों व स्वास्थ्य कर्मियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण प्रसाद ने कहा कि नशा मुक्ति और मानसिक स्वास्थ्य आज के समाज की बड़ी चुनौती है। कहा कि मानसिक स्वास्थ्य के बिना शारीरिक स्वास्थ्य अधूरा है। अतः दोनों को समान रूप से महत्व देना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सामुदायिक भागीदारी और सहयोग बेहद आवश्यक है।
कार्यक्रम के दौरान मनोरोग चिकित्सक डॉ प्रशान्त कुमार मिश्रा ने प्रतिभागियों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग से उत्पन्न मानसिक विकारों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इससे अवसाद, भय, अनिद्रा, हिंसक प्रवृत्ति और प्रेरणा की कमी जैसे गंभीर मानसिक प्रभाव उत्पन्न होते हैं। जिला परामर्शी मो. असलम ने बताया कि तम्बाकू नशे का गेटवे पदार्थ है और अधिकांश युवाओं की नशे की शुरुआत यही से होती है। विशेषकर दोस्तों के बीच। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को नशा छोड़ने के इच्छुक व्यक्तियों को परामर्शी सेवा, निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी तथा तम्बाकू नशा मुक्ति केन्द्र से जोड़ने की बात कही। उन्होंने सुझाव दिया कि ग्रामीण स्तर पर जागरूकता अभियान के तहत टोल फ्री नंबर 1800-11-2356 का दीवाल लेखन भी किया जाए।
प्रशिक्षण में उपाधीक्षक डॉ अरविंद कुमार, जिला परामर्शी छोटेलाल एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे। ज्ञात हो कि, जिला प्रशासन द्वारा आयोजित उक्त कार्यक्रम का उद्देश्य स्वास्थ्यकर्मियों को नशा मुक्ति और मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रशिक्षित कर उन्हें समाज में सकारात्मक बदलाव का वाहक बनाना था।
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