प्रहरी संवाददाता/पेटरवार (बोकारो)। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (International Health mission) अभियान निदेशक के आदेशानुसार 17 जून को झारखंड (Jharkhand) में लांच होने जा रहे न्यूमोकोकल कंजुगेट (पीवीसी) वैक्सीन बच्चों व माताओं को क्या सुझाव देना है। बच्चों को वैक्सीन कब कब देना है। कितना देना है। इसमें साइड इफेक्ट क्या है। इसको लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सीएचसी पेटरवार द्वारा जारी पत्र के तहत 16 जून को पेटरवार प्रखंड के हद में अंगवाली उत्तरी पंचायत सचिवालय में आयोजित प्रशिक्षण शिविर में एएनएम, सहिया एवं आंगनवाड़ी सेविकाओं को प्रशिक्षण दिया गया।
आयोजित शिविर में अंगवाली उत्तरी-दक्षिणी, पिछरी उत्तरी-दक्षिणी व चलकरी उत्तरी-दक्षिणी पंचायतों के 31 सदस्य जुटे हुए थे, जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पेटरवार द्वारा प्रतिनियुक्त प्रशिक्षक सीएचओ शीला कुमारी, बीटीटी समरी देवी ने विस्तार से जानकारी दी। शिविर में बताया गया कि 6,10,14 सप्ताह, 9से 12 माह,16 से 24 माह, 5 वर्ष से 6 वर्ष,10 व 16 वर्ष यानि अलग अलग वेक्सिन खुराक की व्यवस्था है। इस अवसर पर पेटरवार प्रखंड में अन्य 5 शिविर लगाए गये, जिसमें 17 पंचायतों के लिये भी प्रशिक्षण दिया गया। ये शिविर चाँपी पंचायत सचिवालय में खेतको, तेनु, चाँपी और घरवाटांड, ओरदाना में लगे शिविर में ओरदाना और उलगड्डा, चांदो पंचायत में लगे शिविर में चांदो, मायापुर, दारिद व उत्तासारा के सदस्यों को प्रशिक्षण मिला। इसी तरह अरजुआ में लगाये गये शिविर में अरजूआ, कोह, पतकी आदि पंचायतों का और बुंडू में लगे शिविर में बुंडू, चरगी, पेटरवार और सदमा के सदस्यों को प्रशिक्षण मिला। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पेटरवार के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अल्वेल केरकेट्टा ने सभी प्रशिक्षणार्थियों से जायजा लिया।
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