ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में तेनुघाट व्यवहार न्यायालय के जिला जज प्रथम राजीव रंजन की अध्यक्षता में तेनुघाट व्यवहार न्यायालय परिसर में 10 जुलाई को राष्ट्रीय लोक अदालत का उदघाटन किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत आभासी एवं हाइब्रिड दोनों मोड का विधिवत उदघाटन दीप प्रज्वलित कर जिला जज प्रथम रंजन के साथ जिला जज दितीय गुलाम हैदर, जिला जज तृतीय राजेश कुमार सिन्हा, जिला जज चतुर्थ विशाल कुमार, एसीजेएम विशाल गौरव, एसडीजेएम संजीत कुमार चंद्र, मुंशीफ शरत निशिकांत कुजूर, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी दीपक कुमार साहू, कार्यपालक दंडाधिकारी छवि बाला बारला ने किया।
इस अवसर पर जिला जज प्रथम रंजन ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत संविधान के परिकल्पना को पुरी करने की दिशा में एक साहसिक कदम है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत में महीनो कोर्ट के चक्कर लगाने और पैसे की बर्बादी से बचा जा सकता है। इससे लोगों को मानसिक शांति भी मिलती है।
लोगों में प्रेम, शांति, समृद्धि और समरसता बनी रहे यही लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य है। अनुमंडल विधिक सेवा प्राधिकार समिति के सचिव सह एसडीजेएम संजीत कुमार चंद्र ने बताया कि कोविड-19 को देखते हुए इसे हाइब्रिड भी कर दिया गया, ताकि लोगों को कोरोना से भी राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि लोक अदालत आम आदमियों के हितों के लिए लगाया जाता है। लोक अदालत में व्यापक पैमाने पर मुकदमों का निष्पादन किया जा रहा है।
आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 288 मामलों का निष्पादन एवं लगभग 1 करोड़ 25 लाख 20 हजार रुपए समझौता राशि वसूल की गई। जिसमें बैंक के 85 मामलों में लगभग 47 लाख 58 हजार रुपए, मोटरयान दुर्घटना के 11 मामलों में 32 लाख 80 हजार रुपए, एन आई एक्ट के 17 मामलों में लगभग 41 लाख रुपए की समझौता राशि वसूल किया गया।
वहीं वन विभाग के आठ, सिविल के तीन, बिजली के 11 मामले, उत्पाद विभाग के 44, वेट एंड मेजरमेंट के 8, एलईओ के 11, जी आर के 49 मामलों का निष्पादन किया गया। जिसमें जिला जज प्रथम के न्यायालय से 4, जिला जज द्वितीय के न्यायालय से 11, जिला जज तृतीय के न्यायालय से 2, जिला जज चतुर्थ के न्यायालय से 3, एसीजेएम न्यायालय से 39, एसडीजेएम के न्यायालय से 82, मुंसिफ के न्यायालय से 1, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय से 17, अनुमंडल पदाधिकारी के न्यायालय से 20 मामलों का निष्पादन किया गया।
आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल संचालन के लिए चार बेंच का गठन किया गया था। जिसके प्रथम बेंच पर जिला जज प्रथम राजीव रंजन एवं अधिवक्ता सुजीत कुमार जयसवाल, दूसरे बेंच पर जिला जज द्वितीय गुलाम हैदर एवं अधिवक्ता इम्तियाज आलम, तीसरे बेंच पर एसीजेएम विशाल गौरव, कार्यपालक दंडाधिकारी छवि बाला बारला एवं अधिवक्ता शैलेश कुमार सिन्हा तथा चौथे बेंच पर एसडीजेएम संजीत कुमार चंद्र, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी दीपक कुमार साहू एवं अधिवक्ता मजहरूल हसन मौजूद थे।
उक्त जानकारी देते हुए एसडीजेएम चंद्र ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय, झारखंड उच्च न्यायालय एवं बोकारो प्रधान जिला जज प्रदीप कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर तेनुघाट व्यवहार न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जो काफी सफल रहा। उन्होंने कहा कि इस कोरोना काल में भी लोग अपने मामलों के निष्पादन में इतना सक्रिय दिखें। इसे देखकर काफी प्रसन्नता हुई।
इसके लिए वे सभी न्यायिक पदाधिकारी, प्रशासनिक पदाधिकारी, अधिवक्तागण, उनके लिपिक, न्यायालय कर्मचारीगण, बैंक विभाग, उत्पाद विभाग, वन विभाग, एलईओ विभाग आदि के पदाधिकारी, मुक्क्कील को भी साधुवाद देते हैं। जिनके सहयोग से राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाया जा सका।
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