समस्तीपुर के टमाटर उत्पादक किसानो ने पीएम को भेजा त्राहिमाम संदेश

एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। उचित मुल्य नहीं मिलने से बेहाल हो रहे समस्तीपुर जिले के टमाटर उत्पादक किसानों ने 22 अप्रैल को देश के प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी को त्राहिमाम संदेश भेजकर सहयोग की गुहार लगायी है।

उक्त जानकारी देते हुए भाकपा माले समस्तीपुर जिला समिति सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि समस्तीपुर के जिलाधिकारी के माध्यम से टमाटर उत्पादक किसानों ने पीएम को त्राहिमाम संदेश भेजा है। उन्होंने कहा कि त्राहिमाम संदेश में समस्तीपुर जिला के हद में ताजपुर के टमाटर-सब्जी उत्पादक किसान बिक्री एवं कीमत के अभाव में अपने फसल को फेंकने को मजबूर है।

कहा गया है कि ताजपुर के टमाटर-सब्जी उत्पादक किसान अपने फसल का लागत मूल्य भी नहीं मिलने के कारण अपने फसल को फेंकने को मजबूर हैं। किसान अपने उत्पाद टमाटर जिसका लागत मूल्य कम से कम 20 रुपए प्रति किलो आता है लेकिन करीब 2-3 रुपए प्रति किलो का भाव भी नहीं मिल रहा है। मजदूर द्वारा टमाटर तोड़ाई, ट्रे में रखकर ठेला-टेम्पू से गद्दी पहुंचाता है। बाबजूद इसके टमाटर नहीं बिक पाता है और इसे फेंकना पड़ता है। सैकड़ों क्विंटल उच्च कोटी का तैयार टमाटर खेत में सड़-गल रहा है।

कहा गया कि किसान कर्ज लेकर महंगा खाद, बीज, पानी, सिंचाई, मजदूरी देने के बाबजूद टमाटर का लागत मूल्य भी नहीं आने से बर्बादी के कागार पर है। जानकारी के बावजूद कोई कृषि अधिकारी किसानों की सुधी लेने तक नहीं पहुंचे हैं। यही हाल बंधागोवी का भी है। पिछले करीब दो महीने पहले भी फूलगोभी, बंधागोभी, बैंगन आदि की कीमत नहीं मिलने के कारण किसानों द्वारा अपना उत्पाद फेंककर एवं खेत में ही जोतवाकर विरोध दर्ज करवाया गया था, लेकिन सरकार कोई संज्ञान नहीं ली।

विदित हो कि फसलों की सभी बीज कॉरपोरेट द्वारा मार्केट में लाया जाता है जो काफी महंगा होता है। इसमें इस्तेमाल किया जाने वाला खाद, पेस्टीसाइड एवं अन्य सामग्री बहुत महंगा होता है। फलस्वरूप टमाटर, गोभी, बैंगन आदि का लागत मूल्य करीब 20 रूपये प्रति किलो आता है, लेकिन बिक्री एवं कीमत के अभाव में तैयार फसलों को फेंकना या खेत में ही जोतवाना पड़ता है।

कहा गया कि अखिल भारतीय किसान महासभा सभी फल, सब्जी एवं अनाज के उत्पादन के लागत के अनुरूप एमएसपी तय कर सरकारी खरीद की गारंटी की मांग उठाता रहा है। इस संदर्भ में सार्वजनिक बीमा कंपनियों से फसल बीमा कराने की मांग भी पूरा नहीं किया गया है। सब्जी उत्पादक किसानों के प्रति सरकार एवं सरकारी अधिकारी के असंवेदनशील रवैया के खिलाफ फसल क्षति मुआवजा देने, सब्जी पर एमएसपी देने, महाजनी एवं केसीसी कर्ज माफ करने, अगली फसल के लिए नि:शुल्क खाद, बीज, बिजली, पानी, कृषि यंत्र देने समेत मंडी क्षेत्र में सब्जी रखने वाला कोल्ड स्टोरेज, टोमैटो कैचप, साॅस, चटनी, अचार आदि कृषि एवं सब्जी आधारित उद्योग की व्यवस्था करने की मांग की गयी हैं।

अखिल भारतीय किसान महासभा किसानों की इस मांग को सड़क से संसद तक उठाती रही है और आगे भी उठती रहेगी। साथ ही किसानों के संघर्ष की अगुवाई करेगी। अतः किसान 24 अप्रैल की सुबह 9.30 बजे से समस्तीपुर जिला के हद में मोतीपुर सब्जी मंडी के सामने नेशनल हाईवे किनारे टमाटर फेंककर अपना विरोध दर्ज कराएंगे।

त्राहिमाम संदेश की प्रति अनुमंडलाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी समस्तीपुर, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी तथा थानाध्यक्ष ताजपुर को प्रेषित किया गया है। उक्त पत्र के प्रेषक टमाटर उत्पादक किसान ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह, ललन दास, अनील सिंह, कैलाश सिंह, रंजीत सिंह सहित मोतीपुर तथा ताजपुर के समस्त टमाटर उत्पादक किसान बताये जा रहे है।

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