तिरहुत गंडक नहर परियोजना लूट-खसोट वाली योजना है-विशेश्वर यादव

किसानों की जमीन जबरन छीनने के खिलाफ 7वें दिन किसान महाधरना जारी

एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। तिरहुत गंडक नहर परियोजना में किसानों की जमीन जबरन छीनने एवं विरोध करने पर किसानों को धमकी देने के खिलाफ समस्तीपुर जिला के हद में पूसा प्रखंड के कुबौलीराम पंचायत के मिल्की में अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले आहुत धरना 7 अप्रैल को 7वें दिन भी जारी रहा।

मौके पर किसान एहतेशामुल हसन की अध्यक्षता में धरना स्थल पर सभा का आयोजन किया गया। सभा को माले जिला सचिव प्रो. उमेश कुमार, प्रखंड सचिव अमित कुमार, जिला कमिटी सदस्य बंदना सिंह, उपेंद्र राय, राम कुमार, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, किसान महासभा के जिला संयोजक ललन कुमार समेत दिनेश कुमार सिंह, राम गणेश महतो, आदि।

रामदेव सिंह, रामनाथ सिंह, मदन सिंह, पिंटू कुमार सिंह, पूर्व मुखिया सुनील कुमार सुमन, मनोज कुमार, रवींद्र सिंह, महेश सिंह, सुरेश सिंह, कृष्ण कुमार, चंद्रवीर कुमार व् अन्य गणमान्य रहिवासियों ने महाधरना को संबोधित करते हुए भाजपा- जदयू के नीतीश सरकार को किसान विरोधी करार दिया।

सभा को बतौर मुख्य वक्ता किसान महासभा के राज्य अध्यक्ष विशेश्वर यादव ने कहा कि जमुआरी (नून नदी परियोजना) के बगल में एक और गंडक नहर बनाने की सरकार की योजना हस्यास्पद है। यह योजना किसानों के लाभ के लिए नहीं, बल्कि सरकारी राशि की बंदरबांट के लिए बनाया गया है।

उन्होंने कहा कि इस योजना में कई खामियां है। जमीन डीसमल के अनुसार लिया गया है जबकी कब्जा नक्शा के अनुसार किया जा रहा है। किसानों की उपस्थिति में भू-मापी तक नहीं किया गया है। भूमि अधिग्रहण, मुआवजा भुगतान मांगने पर भी कोई अभिलेख न दिया जा रहा है। न ही दिखाया जा रहा है।

तनाशाह सरकार किसानों की जमीन पर जबरदस्ती चलाने की फिराक में है। इसका किसान जमकर विरोध कर रहे हैं। यादव ने सरकार से योजना बंद करने अन्यथा पूसा- ताजपुर, समस्तीपुर से लेकर पटना तक संघर्ष तेज करने की घोषणा की।

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