माल कमाने की बढी संभावना आकर्षण का कारण
एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। कयास लगाया जा रहा है कि इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मुखिया पद के प्रत्याशी की संख्या काफी बढ़ेगी। संख्या बढ़ने का मुख्य कारण मुखिया पद चुनाव जीतने वालो के लिए माल कमाने बढी संभावना आकर्षण का कारण है।
ध्यान देने योग्य विषय यह कि कई मुखिया काम करने के मामले में भले ही फिसड्डी साबित हुए हो लेकिन माल कमाने के मामले में जबरदस्त रूप से चर्चित रहे हैं।
ऐसे मुखियाजी की माल कमाने की सोहरत से भारी संख्या में लोग मुखिया पद से चुनाव लड़ने को प्रोत्साहित हुए हैं। क्योंकि पंचायती राज में झारखंड (Jharkhand) में लूट की पूरी छूट है। यह जुमला यहां यत्र-तत्र-सर्वत्र प्रचलित है कि मन माफिक बनते हैं काम के खाता-बही, मुखिया का हस्ताक्षर होते ही हो जाता है सब सही।
434 total views, 1 views today