रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड क्षेत्रों में शराब की लत से यहां का युवा पीढ़ी हो रहे हैं बर्बाद। इसके बाद भी संबंधित विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे हुए है।
जानकारी के अनुसार बोकारो जिला उपायुक्त (डीसी) के आदेश की कसमार प्रखंड में अनदेखी हो रहा है। लोकसभा चुनाव के पूर्व से वर्तमान तक प्रखंड क्षेत्र में जगह जगह शराब की बिक्री खरीदारी जोरों से चलाया जा रहा है। डीसी के सख्त निर्देश के बावजूद भी लोकसभा चुनाव में क्षेत्र के होटल, गुमटियों में शराब की बिक्री जोरों से किया जा रहा है।
ज्ञात हो कि, कसमार प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में महुआ शराब की बिक्री जोरों से किया जा रहा है, जिसमें युवा वर्ग बर्बाद होते नजर आ रहे हैं। क्षेत्र में शराब की बिक्री जोरों से हो रही हैं, लेकिन इस बात पर स्थानीय प्रशासन, उत्पाद विभाग के पदाधिकारी खामोश है। जबकि कसमार प्रखंड के साप्ताहिक बाजार में खुलकर शराब परोसा जा रहा है। यह मालूम उत्पाद विभाग को पूरी तरह से है, इसके बाद भी अभी शराब के बिक्री बाजारों में जोरों से हो रही है।
इसके कारण सभ्य घराने के रहिवासी बाजार जाना छोड़ रहे हैं। शराबियों द्वारा उन्हें गंदी बातें सुनना पड़ता था। विशेष कर बंगाल का शराब कम दाम में खरीद कर ऊंची कमाई को लेकर यहां के होटल, ढाबा, पान गुमटियों और यहां तक कि कुछ रहिवासी अपने घरों में शराब की बिक्री करते हैं।
सूत्रों के अनुसार कसमार प्रखंड के जिन जगहों में खुलेआम शराब की बिक्री की जाती है, उसमें से दांतू, खूंटा, सोनपुरा, सिलीसाड़म, कमलापुर, पोंडा, गर्री, कसमार, मंजूरा, मधुकरपुर, चंडीपुर, चैनपुर, बरई, ललमटिया, कुरको, रागामाटी, टांगटोना, नावाडीह, बगदा, रघुनाथपुर, खैराचातर, बांसुरीया, गोरिया, कुंदर, सिंहपुर, चोड़ा, पिरगुल, कोतोगड़ा, खुदीबेड़ा, कर्मा आदि गांव में धड़ल्ले से शराब की बिक्री हो रही है, जिसमें अधिकतर युवा वर्ग इसकी चपेट में है।
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