एस.पी.सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिले (Bokaro district) के ग्रामीण इलाकों में घर घर जाकर रैपिड एंटीजन किट से लोगों को कोविड-19 जांच की जाएगी। उक्त जानकारी 22 मई को बोकारो उपायुक्त राजेश सिंह ने जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को पत्र भेजकर निर्देश दिया। साथ ही विस्तार से गाइडलाइन भी भेजी गई है।
गाइडलाइन में बताया गया है कि जांच कैसे और कहां करनी है। उपायुक्त राजेेेश सिंह। (Deputy commissioner Rajesh singh) ने कहा है कि सबसे पहले सभी प्रखंडो में प्रखंड स्तरीय कोविड टास्क फोर्स का गठन कर दिया गया है, जिसमें प्रखंड विकास पदाधिकारी अध्यक्ष होंगे तथा प्रभारी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी सदस्य सचिव होंगे। बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, संबंधित थाना प्रभारी, महिला पर्यवेक्षक, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी एवं प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सदस्य होंगे। टास्क फोर्स हर सप्ताह 3 दिन सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को अनिवार्य रूप से बैठक करेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए दो अलग-अलग टीम का पंचायत वार गठन किया जाएगा। पहली टीम गांवों में घूम घूम कर सर्वे का कार्य करेंगी तथा दूसरा टीम एसओपी के आधार पर रैपिड एंटीजन किट से जांच करेंगी।
उपायुक्त राजेश सिंह ने बताया कि सर्वे दल एवं जांच दल के सदस्यों को पहले इसका प्रशिक्षण दें। इसके बाद उन्हें पीपी किट, रैपिड किट, पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, सैनिटाइजर तथा होम आइसोलेशन हेतु किट उपलब्ध कराएं। प्रखंड स्तरीय सीएचसी, पीएचसी, स्थानीय हॉट बाजार तथा प्रखंड कार्यालय परिसर में जांच केंद्र बनाया जाए। साथ ही प्रखंडों में कोविड केयर सेंटर की स्थापना करें। उसका नोडल पदाधिकारी नामित करने का भी निर्देश दिया गया है। वहां डॉक्टर और पैरामेडिकल कर्मी को भी नामित करना है। साथ ही भोजन, सुरक्षा, दवा, पल्स ऑक्सीमीटर आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। प्रत्येक प्रखंड में दो एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। एंबुलेंस का नंबर सार्वजनिक करना है। साथ ही उन्होंने बताया कि प्रत्येक श्मशान घाट/ कब्रिस्तान में एक कर्मी की नियुक्त करना है। वहां एक रजिस्टर भी रखना है।
उपायुक्त सिंह ने बताया कि एसओपी के अनुसार आगामी 25 मई से 5 जून तक प्रत्येक घर का भ्रमण कर सर्वे किया जाएगा। घर के सभी सदस्यों का थर्मल गण अथवा थर्मामीटर से तापमान लिया जाएगा। 40 से ऊपर के व्यक्तियों की पल्स ऑक्सीमीटर से जांच की जाएगी। सर्वे के दौरान यदि किसी व्यक्ति में कोविड-19 पाया जाता हो अथवा उस परिवार में कोई भी सदस्य संक्रमित हो अथवा कोई सदस्य प्रवासी हो अथवा परिवार में विगत एक माह में किसी की मृत्यु हुई हो ऐसी स्थिति में सभी सदस्यों को तुरंत रैपिड एंटीजन कीट से जांच की जाएगी। सर्वे के दौरान यदि पाया गया कि किसी परिवार में कोरोना वायरस के लक्ष्ण के कारण मृत्यु हुई हो तो उस परिवार के संपूर्ण सदस्यों की जांच की जाएगी। जांच के दौरान यदि कोई नेगेटिव आता है पर लक्षण है तो इसका आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए सैंपल लिया जाएगा।
उपायुक्त सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए जांच व बेहतर उपचार से लेकर टीकाकरण पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके मद्देनजर जिले के सभी प्रखंडों में 20-20 बेड का क्वॉरेंटाइन सेंटर (कोविड-19 सेंटर) बनाया गया है। जहां ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था रहेगी। प्रखंडों में इस इलाज की सुविधा हो जाने के बाद महज गंभीर संक्रमितों को ही सदर अस्पताल बोकारो रेफर किया जाएगा। साथ ही ग्रामीण इलाकों में घर-घर जाकर रैपिड एंटीजन किट से कोरोना जांच की जाएगी। उपायुक्त ने बताया कि सभी केंद्रों पर आइसोलेशन इलाज दवा की पूरी व्यवस्था होगी। जांच के लिए रैपिड एंटीजन कीट, पल्स ऑक्सीमीटर स्वास्थ्य किट तथा दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही है ताकि प्रारंभिक दौर में ही मरीजों को यहां समुचित उपचार मिल सके। उन्होंने कहा कि सभी कोविड-19 सेंटरो में स्वस्थ्य कर्मी की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। जो 24×7 अपने दायित्व का निर्वहन करेंगे।
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