मर्यादा आधारित धर्म की सत्ता स्थापित करने के लिए श्रीराम का अवतरण-मौनी बाबा
हरिहरक्षेत्र और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम विषयक विचार गोष्ठी संपन्न
अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। मर्यादा आधारित धर्म की सत्ता स्थापित करने के लिए ही मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का इस धरा धाम पर अवतरण हुआ था।
सारण जिला के हद में सोनपुर स्थित लोकसेवा आश्रम परिसर में 6 अप्रैल को रामनवमी की संध्याकालीन बेला में युग बोध साहित्य संस्था के बैनर तले आयोजित हरिहरक्षेत्र और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम विषयक विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए बिहार प्रदेश उदासीन महामंडल के अध्यक्ष लोकसेवा आश्रम के महंत संत विष्णुदास उदासीन उर्फ मौनी बाबा ने उपरोक्त बाते कही।
इस मौके पर हरिहरक्षेत्र तीर्थ और मेला में उल्लेखनीय योगदान के लिए सोनपुर के एक दर्जन पत्रकारों और छायाकारों को अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया। साथ ही, युवा गीतकार अजय कुमार की प्रकाशित लिख रहा गीत नए जमाने का लघु पुस्तक का भी लोकार्पण किया गया।
विचार गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार एवं पत्रकार सुरेन्द्र मानपुरी और संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता विश्वनाथ सिंह कर रहे थे। विचार गोष्ठी में अपने आशीर्वचन वक्तव्य में मौनी बाबा ने कहा कि श्रीराम के हरिहरक्षेत्र में भी चरण चिह्न पड़ चुके हैं, जिसके प्रमाण मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि जब भगवान श्रीराम अपने भाई लक्ष्मण और गुरु विश्वामित्र के साथ जनकपुर सीता स्वयंवर में शामिल होने जा रहे थे, तो विशालपुरी के तत्कालीन राजा सुमति ने उनका स्वागत किया था। रात्रिकालीन बेला में श्रीराम ने यहीं पर संध्योपासना की थी।
मौनी बाबा ने कहा कि हरिहरक्षेत्र के चप्पे -चप्पे में श्रीराम का वास है। इस धरा -धाम पर उनका अवतरण भी मर्यादा आधारित धर्म की सत्ता स्थापित करने के लिए हुआ था।
विचार गोष्ठी में संस्था के कवि मधु मंगल सिंह ने गंगा और गंडक का संगम हरिहर क्षेत्र महान काव्य पाठ से भगवान श्रीराम को याद किया। भूतपूर्व सैनिक शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने वाल्मीकि रामायण, आनंद रामायण एवं पुराणों के आधार पर हरिहरक्षेत्र की चौहद्दी की जानकारी दी और भगवान श्रीराम के जनकपुर आगमन के मार्ग एवं गंगा गंडक संगम तीर्थ की यात्रा का जिक्र किया। अधिवक्ता उदय प्रताप सिंह ने स्पष्ट किया कि वाराह पुराण में हरिहरक्षेत्र का वर्णन है। आनंद रामायण में गंगा – गंडक संगम तीर्थ यात्रा का वर्णन है।
सोनपुर अनुमंडल अधिवक्ता संघ के महासचिव अभय कुमार सिंह ने कहा कि आज भगवान श्रीराम के बताए रास्ते पर चलने के लिए संकल्प का दिन है। अधिवक्ता नंद किशोर शर्मा, शंकर सिंह, ठाकुर संग्राम सिंह, नित्यानंद सिंह, बिहार प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता उपेन्द्र सिंह, अधिवक्ता राम मूरत शर्मा, नरेशु सिंह आदि ने अपने संबोधन में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के हरिहरक्षेत्र से गुजरने के साक्ष्य के रुप में वाल्मीकि रामायण को सर्वोत्तम ग्रन्थ बताया। इस मौके पर पुस्तक लेखक गीतकार अजय कुमार ने अपनी पुस्तक पर प्रकाश डाला।
मौके पर संत शिरोमणि बाबा विष्णुदास उदासीन उर्फ मौनी बाबा को युगबोध की ओर से अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया, जबकि हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेला और हरिहरक्षेत्र के सांस्कृतिक पुनर्जागरण और विकास में अपनी लेखनी से अनवरत योगदान के लिए पत्रकार सुरेन्द्र मानपुरी, विश्वनाथ सिंह, शंकर सिंह, नंद किशोर शर्मा, ठाकुर संग्राम सिंह, अभय कुमार सिंह, विपिन कुमार सिंह, एस पी सिंह, संजीत कुमार, मनीष कुमार, दामोदर, वैभव कुमार सिंह आदि को अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया।
मौके पर ब्रज किशोर शर्मा, साकेत सिंह चौहान उर्फ अन्नूजी, प्रमोद यादव, मुकेश कुमार शर्मा, सत्तन शर्मा, मनसुख शर्मा, सुबोध कुमार सिंह, लाला कुमार, विजय कुमार राय आदि की मौजूदगी रही। अंत में धन्यवाद ज्ञापन संस्था के सक्रिय सदस्य राजू सिंह ने किया।
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