कब्रिस्तान चारदिवारी निर्माण में हो रही है नियमों की अनदेखी

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। झारखंड सरकार के कल्याण विभाग द्वारा पुरे राज्य के कब्रिस्तानों तथा सरना स्थलों को प्रार्थमिकता देने के लिए चाहरदीवारी का निर्माण कराया जा रहा है। यह निर्माण कार्य स्थानीय स्तर पर कराया जा रहा है। यह कार्य अब समाज हित कम सोने का अंडा देनेवाली मुर्गी साबित हो रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बोकारो जिला में एक दर्जन से अधिक कब्रिस्तान तथा लगभग आधा दर्जन सरना धर्म स्थल चाहरदीवारी का निर्माण कराया जा रहा है। बताया जाता है कि उक्त चाहरदीवारी का निर्माण कार्य जिला कल्याण विभाग की देखरेख में स्थानीय स्तर के छूटभैये नेताओं, तथाकथित मीडिया कर्मियों द्वारा किया जा रहा है।

बावजूद इसके आश्चर्य का विषय यह है कि उक्त चाहरदीवारी के निर्माण में बड़े पैमाने पर नियमों की अनदेखी की जा रही है। जिसमें खासतौर से चाहरदीवारी निर्माण के क्रम में पुरानी तथा चिमनी के बजाये बंगला ईंटो का धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है।

पीलर बीम निर्माण में स्टोन चिप्स (8 से 10 एमएम) के जगह जीरा चिप्स (3एमएम) लगाया जा रहा है। कंक्रिट में एक/तीन/चार रेशियो की जगह एक/चार/छह रेशियो के अलावा छड़ की मोटाई कम रहता है।

प्राप्त शिकायतों के बाद मीडिया कर्मियों द्वारा बोकारो जिला के हद में पेटरवार प्रखंड के खेतको कब्रिस्तान में भौतिक जांच के क्रम में उपरोक्त आरोपों को कई स्तरों पर सत्य पाया। इस संबंध में पेटरवार प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष शब्बीर अंसारी ने बीते 2 अप्रैल को दूरभाष पर बताया कि उन्हें भी इस संबंध में शिकायते मिली है। वे इस मामले की जांच कर विभागीय अधिकारियों से कार्रवाई की अपील करेंगे।

स्थानीय खेतको पंचायत की मुखिया अनबरी खातून ने 3 अप्रैल को एक भेंट में कहा कि सामाजिक कार्यों में सरकारी राशि का दुरूपयोग का किसी को अधिकार नहीं है। उन्होंने भी उक्त मामले की जांच की बात कही।

वहीं मीडिया दल इससे पूर्व कसमार प्रखंड कार्यालय से महज एक किलोमीटर दुरी पर स्थित कब्रिस्तान पहुंचकर जांच की तो पाया कि यहां भी धड़ल्ले से नियमों यथा निर्दीष्ट प्रकक्लन की खुलल्म खुल्ला अनदेखी की गयी है।

इस संबंध में बोकारो के उप विकास आयुक्त कीर्तिश्री ने जहां मामले की जांच की बात कही। वहीं उक्त कार्य की निगरानी कर रहे पेटरवार प्रखंड के कनीय अभियंता विशेष कार्य विभाग शंभू लाल ने कहा कि यदि ऐसा मामला पाया जाता है तो वे इसकी पुनः जांच कर संबंधित संवेदक के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।

जबकि पेटरवार प्रखंड विशेष कार्य विभाग के कनीय अभियंता जय कुमार पटेल ने खुले तौर पर बंगला ईंट लगाये जाने की बात स्वीकारते हुए काम ठीक होने का दावा किया। साथ हीं उन्होंने शिकायतकर्ता की जानकारी मीडिया से साझा करने की इच्छा व्यक्त की।

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