मुंब्रा कब्रिस्तान के संचालकों की दादागिरी, पति को दफनाने दिया पत्नी के लिए इंकार!
प्रहरी संवाददाता/मुंबई। करीब 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला को दफनाने से इंकार करने वाले मुंब्रा कब्रिस्तान के ट्रस्टियों पर सख्त कार्रवाई की मांग स्वर्गीय माता के पुत्रों ने किया है। इसके लिए मुंब्रा निवासी कमरूननिशा अब्दुल गफार मनिहार नामक महिला के पुत्रों का कहना है कि मेरे पिता अब्दुल गफार मनिहार की मौत के बाद 5 अप्रैल 2007 को दफनाया गया था, लेकिन अब ट्रस्ट के लोग नाटक कर रहे हैं। इसे लेकर मनिहार परिवार के साथ – साथ पास पड़ोस के लोगों में भरी नाराजगी देखी जा रही है।
इस बात की शिकायत मृतक के पुत्रों ने राज्य एवं केंद्र सरकार से भी लिखित तौर पर की है साथ ही न्याय की गुहार लगाई है। ताकि भविष्य में किसी भी मय्यत के साथ भेद -भाव या खिलवाड़ न किया जा सके ? बता दें कि कमरूननिशा मनिहार नामक करीब 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौत 19 मार्च को हुई थी।
जिसे मुंब्रा, अमृत नगर परिसर के जमीअत -उल -मुस्लिमीन दरगाह मस्जिद, दरगाह मदरसा ट्रस्ट, कब्रिस्तान, बैतूल माल के संचालकों ने दफनाने से इंकार कर दिया। इसके बाद उनके बेटों ने उक्त मय्यत को लेकर मुंब्रा के ही मित्तल ग्राउंड स्थित एम एम वाड़ी कब्रिस्तान में ले जा कर उक्त मय्यत को दफ़न किया। यह जानकारी मृतक के छोटे पुत्र इकबाल हुसेन मनिहार ने दी है। जब्कि ट्रस्ट के बोर्ड पर अंकित टेलीफोन नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो अस्थाई रूप से बंद था।
दस्तावेज के बावजूद नहीं दी दफनाने की इजाजत
मिली जानकारी के अनुसार कमरूननिशा अब्दुल गफार मनिहार (68) की मौत 19 मार्च दोपहर लगभग 3 बजे कलवा के शिवजी महाराज हॉस्पिटल में हुई थी। इकबाल मनिहार के अनुसार पिता के देहांत के बाद उनके अधिकांश दस्तावेज उनकी मां कमरूननिशा के नाम ट्रांसफर हो चूका है।
स्व. कमरूननिशा के नाम पर आधार कार्ड, बिजली बिल आदि दस्तावेज हैं। इसके अलावा सबसे बड़ा सबूत कलवा के शिवाजी महाराज हॉस्पिटल द्वारा जारी मृतक का प्रमाण पत्र है। इसके बावजूद मुंब्रा के अमृत नगर परिसर में स्थित जमीअत -उल -मुस्लिमीन दरगाह मस्जिद, दरगाह मदरसा ट्रस्ट, कब्रिस्तान, बैतूल माल के संचालकों ने मय्यत को दफनाने से इंकार कर दिया।
इस दौरान स्व. कमरूननिशा के तीनों बेटों के अलावा उनके भाई और पास पड़ोस के लोगों ने अमृत नगर कब्रिस्तान के ट्रस्टियों से मिन्नतें करते रहे लेकिन कोई भी सुनने को तैयार नहीं था। बताया जाता है कि इस ट्रस्ट के मुखिया मुनाफ खान हैं, उनके घर भी मृतक के परिजनों ने मय्यत को दफनाने के लिए हाथ पांव जोड़े लेकिन नतीजा शून्य ही रहा।
मुंब्रा कब्रिस्तान के संचालकों की दादागिरी
गौरतलब है कि आर्थिक रूप से संपन्न मनिहार परिवार ने मुंब्रा कब्रिस्तान के ट्रस्टियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मां कि मौत के बाद सदमे में पूरा परिवार है बावजूद इसके कब्रिस्तान के संचालकों के कारनामों को महाराष्ट्र और केंद्र सरकार के संबंधित विभागों से पत्र लिख कर न्याय की गुहार लगाई है। इसके साथ ही उन पत्रों को लगातार फेसबुक और ट्विटर पर ट्वीट कर रहे हैं। ताकि हमारे बाद किसी अन्य के साथ ऐसी घटना न घटे ?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुंब्रा अमृत नगर के कब्रिस्तान में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। बताया जाता है कि कब्रिस्तान के संचालकों द्वारा कब्र खोदने से लेकर मय्यत को दफ़नाने के बाद नेम प्लेट लगाने के लिए भी अलग से पैसे वसूले जाते हैं। ऐसे संचालकों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि इस संसार में जो भी जन्म लिया उसे एक न एक दिन जाना ही है। इसके बाद भी इस कब्रिस्तान में लूट की दुकान चलाई जा रही है।
Tegs: #The-relatives-kept-wandering-with-the-dead-body-mumbra-cemetery-did-not-give-permission-for-burial
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