एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। झारखंड राज्य में ठंड से अगर कोई गरीब-गुरबा झारखंडी की मौत हुई तो यह बर्दाश्त नही किया जायेगा। राज्य की हेमंत सरकार सभी जिला उपायुक्तो को कंबल वितरण एवं अलाव की व्यवस्था करने का आदेश दे।
उपरोक्त बाते 9 दिसंबर को आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष विजय शंकर नायक ने कही। उन्होंने इस सबंध में राज्य के मुख्यमंत्री को ई मेल भेजकर झारखंड में बढ़ते कड़ाके की ठंड से गरीब-गुरबा के जानमाल की रक्षा हेतु एवं कोई गरीब ठंड से ना मरे, इसके लिए तुरंत व्यापक रूप से कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
नायक ने ई मेल संदेश में कहा है कि अचानक बढ़ते ठंड ने गरीबो एवं असहाय जनों का जीना मुश्किल कर दिया है, जिससे इन वर्गो का जीवन ठंड से कष्टप्रद होता जा रहा है। कहा कि मौसम विभाग के अनुसार झारखंड मे तापमान की गिरावट तेजी से होगी और ठंड जरूरत से ज्यादा होगी।
ऐसे मे राज्य की हेमंत सरकार का नैतिक कर्तव्य बनता है कि वे राज्य की जनता को इस प्राकृतिक आपदा ठंड से कैसे बचाये इसके लिए तुरंत रोड मैप बनाकर योजना को धरातल मे कैसे लागु करे, ताकि कोई भी गरीब गुरबा व् असहाय की ठंड से मौत न हो सके।
नायक ने कहा है कि इस संदर्भ मे आदिवासी मुलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष की हैसियत से यह मांग करता हूं कि राज्य के सभी उपायुक्त एवं अनुमंडल पदाधिकारी को कड़े शब्दो मे यह आदेश निर्गत करे कि जल्द से जल्द राज्य के सभी गरीब, गुरबा, असहाय को ठंड से निजात दिलाने हेतु युद्ध स्तर पर कंबल वितरण एवं सभी ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रो के विभिन्न चौक चौराहो पर अलाव जलाने की व्यवस्था किया जाए। अगर इसके बावजूद भी कोई गरीब की मौत ठंड से होती है तो वहां के उपायुक्त एवं एसडीओ को तुरन्त सेवा से बर्खास्त किया जाय।
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