प्रहरी संवाददाता/वैशाली (बिहार)। बिहार का गौरव माना जाने वाला वैशाली जिले (Vaishali district) के हद में कोल्हुआ स्थित अशोक स्तम्भ परिसर में बाढ़ का पानी घुस गया है।
बावजूद इसके वैशाली जिला प्रशासन मामले में अबतक मुकदर्शक बना है। जिससे लघु स्तूप के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वैशाली गढ़ से चंद किलोमीटर की दूरी पर स्थित अशोक स्तम्भ परिसर में स्थित मर्कट तालाब से जल निकासी के लिए एक अंडरग्राउंड नाला बना हुआ है। जिससे परिसर का पानी उक्त नाला से जफराबाद कैनाल में बह जाता है।
वर्तमान में जफराबाद कैनाल में बाढ़ का पानी भर जाने से उक्त नाला से होकर अशोक स्तम्भ परिसर में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। ज्ञात हो कि बीते वर्ष 2020 में भी उक्त परिसर जलमग्न होने के बाद भी केंद्रीय पर्यटन और भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा सुरक्षा का कोई उपाय नहीं किया गया।
अशोक स्तम्भ उत्तर बिहार का सबसे बड़ा पर्यटन केंद्र होने के बावजूद उपेक्षा का दंश झेल रहा है। सामान्य स्थिति में लाखों विदेशी पर्यटक अशोक स्तम्भ देखने आते हैं। जहां वे पवित्र भूमि का चन्दन-वन्दन-अभिनन्दन करते हैं।
यह भूमि बौद्ध धर्म का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल है। जहां भगवान बुद्ध ने दुनियां को शांति का संदेश दिया था। उन्होनें कई वर्ष व्यतीत कर राजा विशाल के आतिथ्य को अस्वीकार कर आम्रपाली का आतिथ्य स्वीकार किया था। साथ हीं वैशाली भगवान महावीर की भी जन्मस्थली रहा है।
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