न्याय के लिए अंतिम लड़ाई है आत्मदाह-धनेश्वर

आगामी 15 जुलाई को सीसीएल मुख्यालय पर आत्मदाह की घोषणा

मामले को लेकर बेरमो विधायक ने सीएमडी को लिखा पत्र

एस.पी.सक्सेना/बोकारो। लंबे समय से न्याय की प्रतीक्षा में निराश हो चुके बर्खास्त सीसीएल कर्मी धनेश्वर यादव (Dhaneshwar yadav)  ने 9 जुलाई को एक भेंट में कहा कि इस बार की लड़ाई अंतिम लड़ाई है। सीसीएल प्रबंधन पिछले 9 वर्ष से टालमटोल की नीति की अपनाकर मेरे मामले को लटकाए रखा है। प्रबंधन द्वारा मिल रहे मानसिक पीड़ा से हताश और परेशान हूं।

यादव ने कहा कि लगभग 9 वर्ष के अंतराल में सीसीएल प्रबंधन कई बार लिखित आश्वासन देकर मामले का निपटारा किए जाने का आश्वासन दिया। मेरे द्वारा भी दर्जनों बार आवेदन के माध्यम से न्याय दिए जाने की मांग की गई, लेकिन प्रबंधन हमेशा टालमटोल की नीति अपनाए हुए हैं।

यादव ने कहा कि प्रबंधन नीतिगत निर्णय लेते हुए विभिन्न चरणों में क्रमवार 35 श्रमिक, 30 श्रमिक और 57 श्रमिकों का पुनः नियुक्ति पत्र निर्गत किया है। मेरे साथ लगभग 26 लोगों का मामला लंबे समय से लटकाए रखा गया है।

जबकि पूरे मामले की जांच पड़ताल करने के बाद सीसीएल के तत्कालीन निर्देशक कार्मिक आर एस महापात्रा द्वारा केस को आगे बढ़ाए जाने का लिखित सहमति देते हुए जल्द न्याय देने की बातें हुई थी। उसके बावजूद भी आज तक मामले को लटकाए रखना सीसीएल प्रबंधन द्वारा उसके साथ जुल्म की इन्तहां है। इस जुल्म के खिलाफ यह मेरी अंतिम लड़ाई होगी।

अगर सीसीएल प्रबंधन द्वारा मुझे आत्मदाह करने से रोकने पर विफल हुआ तो मैं अपने न्याय के लिए सुसाइड कर लूंगा। जिसकी सारी जवाबदेही मजदूर विरोधी प्रबंधन की होगी। मैं क्षेत्र के सभी न्याय प्रिय जनता के साथ श्रमिक संगठन के नेताओं से आग्रह करता हूं कि मेरे मामले पर संज्ञान लेकर मुझे न्याय दिलाने में सहयोग करें।

यादव ने कहा कि आगामी 15 जुलाई को सीसीएल मुख्यालय रांची के शमक्ष स्वयं आत्मदाह और परिजन आमरण अनशन करने को विवश होंगे। औद्योगिक शांति की जवाबदेही सीसीएल प्रबंधन की होगी।

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बेरमो विधायक कुमार जयमंगल ने सीसीएल के सीएमडी को पत्र लिखकर मामले का जल्द निबटारा कर बर्खास्त कर्मी धनेश्वर यादव की पुनर्बहाली की मांग की है।

इस बावत राकोमसं सीसीएल सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा उक्त बर्खास्त कर्मी को भुगतना पड़ रहा है। जो सरासर अन्याय है। उन्होंने धनेश्वर यादव को यथासिघ्र पुनर्बहाल करने की मांग सीसीएल के सीएमडी से की है।

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