ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। बेरमो जिला बनाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि अब जिला बनाने को लेकर लड़ाई धारदार करना होगा। अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरना ही मात्र एक विकल्प है।
बोकारो जिला के हद में तेनुघाट स्थित बेरमो अधिवक्ता संघ भवन में 29 मार्च को बेरमो जिला बनाओ संघर्ष समिति की बैठक अधिवक्ता संघ अध्यक्ष कामेश्वर मिश्रा की अध्यक्षता की गई। उन्होंने कहा कि वर्षों से बेरमो को जिला बनाने की मांग समय समय पर विभिन्न विधायकों द्वारा उठाई जाती रही है।
परंतु बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि आजतक बेरमो को जिला नहीं बनाया जा सका है। वर्तमान हेमंत सोरेन शर्म तथा पूर्व रघुवर दास सरकार के समय में भी यह मांग कई बार विधानसभा में उठते रहा है, परंतु क्या कारण है जो आज तक बेरमो को जिला बनाने की घोषणा नहीं हो सका।
जबकि बेरमो अनुमंडल जिला बनने के सभी अहर्ता पूरी करती है। अब समय आ गया है जनांदोलन ही मात्र एक विकल्प है। अधिवक्ता संघ के महासचिव वकील प्रसाद महतो ने कहा कि इतिहास गवाह है कि हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़नी पड़ती है।
सदन में लड़ाई लड़ते-लड़ते थक चुके। अब सड़क पर लड़ाई के लिए तैयार है। हमें पूरी तैयारी के साथ सड़क लड़ाई के लिए उतरना हमारी मजबूरी हो गई है। अंधो बहरों की सरकार को अब ना तो सुनाई दे रहा है, और ना ही दिखाई दे रहा हैं।
उन्होंने कहा कि बेरमो अनुमंडल से छोटा-छोटा अनुमंडल को जिला का दर्ज मिल चुका है तथा कम आबादी वाले अनुमंडल को भी जिला का दर्जा मिल चुका है। जबकि बेरमो अनुमंडल पूर्ण आहर्ता रखते हुए भी जिला का दर्जा नही पा सका है। यह जनसंख्या के दृष्टिकोण से भी पूर्ण है।
बैठक में जिला बनाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि आगामी 25 अप्रैल को सभी प्रखंडों में एक दिवसीय धरना कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। जिसमें बेरमो अनुमंडल के सभी प्रखंडों में जिला बनाओ संघर्ष समिति के सदस्यों एवं महिला, पुरूष ग्रामीणों द्वारा एक दिवसीय धरना दी जाएगी।
मौके पर बेरमो जिला बनाओ संघर्ष समिति पदाधिकारी संतोष कुमार नायक, कसमार प्रखंड प्रमुख पति लोकेश कुमार डे, भोला प्रसाद, कुलदीप प्रजापति, डीएन तिवारी, विश्वनाथ महतो, मदन महतो सहित दर्जनों गणमान्य उपस्थित थे।
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