शिक्षकों के अलावा आंगनबाड़ी कर्मियों को दूसरी बार प्रशिक्षण देने का निर्देश
प्रहरी संवाददाता/वैशाली (बिहार)। चमकी बुखार यानी एईएस को लेकर वैशाली जिला प्रशासन (Vaishali District Administration) बेहद सजग दिख रहा है। जिसकी एक बानगी 26 अप्रैल की जिला टास्क फोर्स की बैठक में दिखी।
जिलाधिकारी (डीएम) उदिता सिंह (Udita Singh) की अध्यक्षता और स्वास्थ्य विभाग तथा अन्य संबंधित विभागों की मौजूदगी में बैठक की गई। जिसमें उक्त बीमारी की वर्तमान स्थिति का जायजा लिया गया और आवश्यक निर्देश दिए गए।
बैठक (Meeting) में जहां एक तरफ प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों के साथ साथ आंगनबाड़ी कर्मियों को दोबारा प्रशिक्षण देने की बात कही गई। वहीं दूसरी ओर सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारियों को आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से बच्चों की सूची तैयार करवाने के निर्देश मिले।
आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओ को भी उनके पोषक क्षेत्र सूची बनाने की जिम्मेदारी दी गई। इसके अलावा बच्चों के परिजनों से यह खास जानकारी साझा करने को कहा गया है, कि उन्हें खाना खिलाकर ही सोने दिया जाए। साथ ही समय समय पर बच्चों को मीठा भोज्य पदार्थ खिलाते रहें।
उधर जिलास्तरीय कंट्रोल रूम (Control Room) को और भी सक्रिय करने के सख्त निर्देश दिए गए। सिविल सर्जन वैशाली के उस बयान पर कि पिछले सप्ताह से अब तक चमकी बुखार का कोई मामला प्रतिवेदित नही पाया गया है।
जिलाधिकारी उदिता सिंह ने एहतियातन अपने प्रशासनिक अनुभवों को दर्शाया और कहा कि इस बात पर भी गौर किया जाना चाहिए कि कोई मामला प्रकाश में आने से पहले दब न जाए। इसलिए स्वास्थ्य कर्मियों को बीमारी के विषय में पूरी जानकारी होनी चाहिए।
जिलाधिकारी ने शिक्षकों को पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधियों और जीविका दीदियों के साथ बैठक कर लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया। बैठक का स्थान कोई आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूल या पंचायत भवन भी हो सकता है। जहां प्रखंड और जिला कंट्रोल रूम का नंबर के अलावा उक्त प्रखंड से टैग वाहन का नंबर लोगों को बताया जा सके।
जानकारी दी गई कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जन जागरूकता के लिए पोस्टर्स और पैंपलेट्स वितरित किए जा रहे हैं। इन सभी कार्यों के लिए सिर्फ दो दिनों का डेड लाईन जिला प्रशासन ने तय किया।
प्रशासन की तरफ से यह बात भी प्रमुखता से रखी गई कि आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर बीते 19 से 23 अप्रैल तक चमकी बुखार से जुड़ी जानकारी दी गई। स्वास्थ्य मेला के माध्यम से जानकारी साझा किए जाने की बात कही गई।
इस अवसर पर जिलाधिकारी उदिता सिंह के अलावा सिविल सर्जन डॉ अखिलेश कुमार मोहन, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक, एसीएमओ, जिला मलेरिया पदाधिकारी, सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी, डीईओ वैशाली, डीटीओ वैशाली के साथ साथ सीडीपीओ और अन्य संबंधित पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
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