जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर व् कोविड केयर सेंटर की संख्या बढ़ायें-उपायुक्त
एस.पी.सक्सेना/देवघर(झारखंड)। देवघर उपायुक्त (Deoghar Deputy commissioner)-सह-जिला दण्डाधिकारी (District Magistrate) मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में 5 दिसंबर को स्वास्थ्य, राजस्व निबंधन एवं भूमि सुधार, अल्पसंख्यक पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, कृषि पशुपालन एवं सहकारिता, ग्रामीण विकास विभाग की बिन्दुवार समीक्षा बैठक का आयोजन समाहरणालय सभागार में किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य चिकृपक द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यों के साथ आयुष्मान भारत योजना, बेटी बचाओ अभियान कोविड-19 के तहत की गई व्यवस्थाओं व सुविधाओं की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने सिविल सर्जन व संबंधित विभाग के अधिकारियों को सख्त निदेशित किया को स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करना राज्य के मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में से एक है।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि देवघर जिला के अनुरूप स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करना अतिआवश्यकता है। ऐसे में कार्य में ईमानदारी के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर व सुचारू रूप से लागू करने का प्रयास करें। उपायुक्त ने कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर किये जा रहे कार्यों के साथ कोविड केयर सेंटर की संख्या वर्तमान में जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति व्यवस्था दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया। उपायुक्त ने कोविड केयर सेंटरों की संख्या को बढ़ाने के अलावा जिले में वृहद स्तर पर कन्या भ्रूण हत्या को पूर्ण रूप से रोकने के उद्देश्य से विशेष कार्रवाई सह जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान में देवघर जिला में घटते लिंगानुपात को देखते हुए बेहतर तरीके से कार्य करने की आवश्यकता है, ताकि इस घटते आंकड़े को रोकते हुए इसे बेहतर बनाया जा सके। उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने कोविड-19 वैक्सिन के संदर्भ में की जानेवाली तैयारियों को लेकर सिविल सर्जन व संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया।
इसके अलावे समीक्षा बैठक के क्रम में उपायुक्त भजंत्री ने जिला समाज कल्याण विभाग की चल रहे योजना व किये जा रहे कार्यो की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए विद्यार्थियों को उपलब्ध करायी जा रही विभिन्न छात्रवृति योजना को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। साथ हीं विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए योजनाओं के शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति का निर्देश उपायुक्त ने संबंधित अधिकारी को दिया। समीक्षा बैठक के दौरान उपायुक्त भजंत्री ने कृषि पुशपालन, सहकारिता, मत्सय विभाग के तहत चल रहे कार्यो की समीक्षा करते हुए आपसी समन्वय के साथ इसे जमीनीे स्तर पर कार्य करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। उन्होंने विभिन्न योजनाओं के साथ पीएम किसान योजना के तहत चल रहे कार्यों एवं किसान क्रेडिट कार्य से ज्यादा से ज्यादा कृषकों को लाभान्वित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया। साथ हीं मृदा स्वास्थ्य कार्ड, मत्सय संपदा योजना, गाय वितरण, बीज वितरण के कार्याें की समीक्षा के अलावे पशुपालन पदाधिकारी को टीकाकरण में तेजी लाने का निर्देश दिया। बैठक के दौरान उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि जिले के कृषकों को आधुनिक व उन्नत खेती से जोड़ते हुए समय-समय पर प्रशिक्षण के माध्यम से उन्हें कृषि संबंधित जानकारी मुहैया कराते रहें, ताकि कृषकों की आय को भी बढ़ाया जा सके। सबसे महत्वपूर्ण कृषि आधारित योजनाओं का लाभ लाभूकों को पारदर्शी तरीके से मिले इसका विशेष रूप से ध्यान रखें।
उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने लंबित दाखिल-खारिज एवं भूमि सीमांकन के मामलों की समीक्षा की। साथ हीं विभिन्न स्तर न्यायालयों संबंधी मामलों की अद्यतन स्थिति से अगवत हुए। उन्होंने जिले में सरकारी जमीन की सुरक्षा हेतु तैयार किये गये एसओपी के अंतर्गत प्रदत्त निर्देश के आलोक में किेये जा रहे कार्यो को लेकर संबंधि अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया। साथ हीं अवैध जमाबंदी की समीक्षा एवं नियमितीकरण के संबंध में की गई कार्रवाई की समीक्षा के अलावा भारत सरकार के विभिन्न एजेंसियों को भूमि हस्तांतरण एवं झारखंड सरकार के विभिन्न विभागों को भूमि हस्तांतरण की अद्यतन स्थिति से अवगत हुए। बैठक के दौरान उपायुक्त ने भू-अर्जन हेतु मुआवजा भुगतान की राशि, जो जिला को उपलब्ध कराई गई उससे संबंधित मुआवजा भुगतान के स्थिति की समीक्षा के साथ ग्राम प्रधान के पारंपरिक रिक्त पदों को भरने एवं ग्राम प्रधान एवं अन्य को सम्मान राशि के वितरण की स्थिति की समीक्षा करते हुए इससे जुड़े प्रतिवेदन को उपायुक्त कार्यालय में समर्पित करने का निर्देश दिया।
समीक्षा बैठक के दौरान उपायुक्त भजंत्री द्वारा मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, 14 व 15 वें वित्त आयोग,पीएम किसान, दीदी बाड़ी योजना से जुड़े कार्यों की बिन्दुआर संमीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को सख्त निदेशित किया कि अपने स्तर से हर संभव प्रयास करते रहें कि हमारा जिला व हमारा राज्य और भी बेहतर व विकाससील बनने की राह में अग्रसर रहे। इस दौरान प्रखंडवार तरीके से चल रहे विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों को सख्त निदेशित किया कि योजनाओं के ससमय क्रियान्वयन न होना आप सभी के कार्यशैली में कमी को दर्शाता है। साथ हीं मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, 14 व 15 वें वित्त आयोग, पीएम किसान, दीदी बाड़ी योजना को तय समय पर पूर्ण करने का निदेश दिया गया। वहीं बैठक के दौरान उपायुक्त ने सभी कार्यालय प्रधान को निदेशित किया कि वर्तमान में कोरोना सक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सभी को सतर्क व सावधान रहने की जरूरत है। इसके अलावे अपने-अपने कार्यालय में कोविड नियमों के अनुपालन के साथ-साथ प्रखंड व पंचायत स्तर पर लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करते हुए साफ-सफाई व मास्क का उपयोग एवं सामाजिक दूरी का अनुपालन करने हेतु जागरूक व प्रेरित करते रहें। इस दौरान उपरोक्त के अलावे उप विकास आयुक्त संजय कुमार सिन्हा, सिविल सर्जन डाॅ विजय कुमार, अपर समाहर्ता चन्द्र भूषण प्रसाद सिंह, प्रशिक्षु आईएएस संदीप मीणा, डीआरडीए निदेशक नयनतारा कैरकेट्टा, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रवि कुमार, जिला कल्याण पदाधिकारी मीनाक्षी भगत, जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी राजीव रंजन, डीपीएम जेएसएलपीएस प्रकाश रंजन, परियोजना पदाधिकारी विशंभर पटेल एवं संबंधित विभाग के अधिकारी आदि उपस्थित थे।
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