ऑफिसर्स क्लब कथारा में कोलियरी मजदूर कांग्रेस का एक दिवसीय अधिवेशन सम्पन्न
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला (Bokaro District) के हद में ऑफिसर्स क्लब कथारा (Officers Club Kathara) में 27 जुलाई को कोलियरी मजदूर कांग्रेस का एक दिवसीय अधिवेशन का आयोजन किया गया। अध्यक्षता इंटक के पुर्व महामंत्री सह कोलियरी मजदूर कांग्रेस (Congress) के केंद्रीय महामंत्री रामेश्वर सिंह फौजी तथा संचालन डॉ संतोष कुमार ने की।
अधिवेशन में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक (MLA) सह प्रदेश के पुर्व मंत्री सरयू शामिल हुए। जिन्हे सर्वसम्मती से कोयला मजदूर कांग्रेस का केंद्रीय अध्यक्ष घोषित किया गया। उपस्थित सैकड़ो कामगारों व् अन्य ने करतल ध्वनि से इसका स्वागत किया।
इस अवसर पर यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष राय ने कहा कि आज भी कोयला मजदूरों की हालत में कोई सुधार नहीं देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1975 में जब देश में एमरजेंसी लगा था। तब राष्ट्रव्यापी आंदोलन के अगुआ रहे जयप्रकाश नारायण के आदेश से उन्हें कोयला मजदूरों के बीच एक साल काम करने का मौका मिला।
तब कोयला क्षेत्र में अफसरशाही हावी था। मजदूर किसी भी अधिकारी के विरोध में एक शब्द भी नहीं बोल सकते थे। आज भी स्थिति में कोई सुधार नहीं देखा जा रहा है। फर्क इतना हुआ है कि कामगारों की आमदनी और खर्च दोनों बढ़ा है। आज सशक्त यूनियन नेता के अभाव में मजदूरों का शोषण जारी है। ऐसे में कोयला मजदूर कांग्रेस के प्रति मजदूरों की आस्था बढ़ी है। हमें मजदूरों की आस्था को बनाये रखना है।
अपने संबोधन में यूनियन के केंद्रीय महामंत्री रामेश्वर सिंह फौजी ने कहा कि काफी दिनों तक मै इंटक मे रहा, मगर वहां के कार्यकलापों से मै संतुष्ट नहीं था। आखिरकार मैने खुद का श्रमिक संगठन बनाने का निर्णय लिया, मगर किसी अभिभावक की कमी हमे हमेशा खलती थी। इसी बात हो लेकर प्रदेश के पुर्व मंत्री सह जमशेदपुर के विधायक सरयू राय से अग्रह किया कि वे हमारा मार्ग दर्शन करें।
उनके आग्रह को राय ने सहर्ष स्वीकर कर लिए और उन्हें तमाम कामगारों के समर्थन से आज कोलियरी मजदूर कांग्रेस श्रमिक संगठन का केन्द्रीय अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। फौजी ने कहा कि राय के मार्ग दर्शन मे उनका संगठन दुगनी शक्ति के साथ मजदूरों, शोषितों, गरीबो, विस्थापितों के हक व अधिकार की लड़ाई लड़ेगी।
उन्होंने कहा कि कोल इंडिया (Coal India) में जितने भी श्रमिक संगठन है, सभी के छोटे-बड़े नेता पुरी तरह भ्रष्टाचार की दलदल में धंस चुके है। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक भ्रष्ट मजदूर नेता बेरमो में है। कोयला कारोबार हो या फिर कोलियरियों मे बड़े बड़े ठेके, सभी इन्ही नेताओ तथा उनके चमचों को मिलता है। उन्होंने कहा कि गरीब मजदूर दिन प्रति दिन और मजबूर होते जा रहे हैं। ये नेता मलाई चाभने मे लगे हैं।
उन्हें मजदूर हित की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने मंच से सीसीएल (CCL) के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि मजदूरों का शोषण बंद करे, क्योंकि अब फौजी मजदूरों और दबे, कुचलो के पक्ष में खड़ा हो गया है। उन्होंने विस्थापितों के मुद्दे पर कहा कि अगर उनके हक, अधिकार देने मे प्रबंधन आनाकानी करती है तो उसका हुक्का पानी बंद कर दिया जायेगा। एक छटाक भी कोयला नही निकलने दिया जायेगा।
अधिवेशन में विभिन्न क्षेत्रों से युनियन प्रतिनिधि उपस्थित हुए, जिसमें महिला और पुरुषों की भारी संख्या देखने को मिली। अधिवेशन में विभिन्न वक्ताओं ने संबोधन में कहा कि मात्र रामेश्वर सिंह फौजी ही है जो मजदूरों के हक व अधिकारों के लिए सीसीएल प्रबंधन से लोहा लेने का काम करते हैं।
कार्यक्रम को सफल बनाने में धर्मेन्द्र तिवारी, डॉ संतोष कुमार, राहूल प्रभात, छोटे लाल करमाली, अनिल सिंह, चंदन तिवार्थ, चन्दना डे, रफीक अंसारी, छोटे लाल शर्मा, प्रकाश कुमार, कैलाश महतो, मनोज महतो, ईश्वर साव, पंकज कुमार पांडेय, शमशेर आलम, आदि।
अर्जुन नोनिया, मंगल बेदिया, नर्मदेश्वर नाथ मिश्रा, अरुण कुमार सिंह, विकास सिंह, ईश्वर साव, संजय कुमार, रामदेव सिंह, प्रदीप कुमार, संजोग कुमार, सुरेंद्र झा, धनंजय कुमार आदि ने अहम भूमिका निभाई। जबकि समापन भाषण अनिल कुमार सिंह ने दिया।
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