एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समस्तीपुर में प्रगति यात्रा पर आगमन के दौरान बीपीएससी का पुनर्परीक्षा लेने, पेपर लीक पर रोक लगाने आदि मांगों को लेकर समाहरणालय पर प्रदर्शन के दौरान छात्र नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार छात्रों को नगर थाना पर पुलिस अभिरक्षा में रखा गया था।
भाकपा माले जिला सचिव उमेश कुमार, राज्य कमिटी सदस्य बंदना सिंह, भाकपा जिला सचिव सुरेंद्र कुमार मुन्ना, माकपा के विधायक अजय कुमार, आइसा जिलाध्यक्ष सुनील कुमार, राज्य अध्यक्ष प्रीति कुमारी, आइसा-आरवाईए जिला प्रभारी सुरेंद्र प्रसाद सिंह आदि द्वारा वरिय अधिकारियों से वार्ता के बाद देर रात एफआईआर दर्ज करने के बाद बेल देकर नगर थाना से छात्रों को रिहा कर दिया गया।
विदित हो कि मुख्यमंत्री के समस्तीपुर प्रगति यात्रा के दौरान समाहरणालय में सीएम द्वारा बैठक करते वक्त बीपीएससी पुनर्परीक्षा की मांग पर प्रदर्शन कर रहे आइसा जिला उपाध्यक्ष दीपक यदुवंशी, जिला कमिटी सदस्य नीतीश कुमार, भाकपा माले के दलसिंहसराय प्रखंड सचिव उदय कुमार, एनएसयूआई के अभिनव अंशु, राजन कुमार वर्मा, हिमांशु शेखर, विवेक कुमार, एसएफआई के नील कमल, एआईएसएफ के सुधीर कुमार, अविनाश कुमार को मौके पर तैनात बड़ी संख्या में पुलिस बल एवं मजिस्ट्रेट ने गिरफ्तार कर लिया था।
रिहा होने पर मीडिया को संबोधित करते हुए आइसा सह भाकपा माले नेता उदय कुमार ने कहा कि बीपीएससी रिएग्जाम एवं पेपर लीक के खिलाफ आंदोलन के दौरान सैकड़ों बार जेल जाना पड़े तो जाउंगा, लेकिन छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करूंगा। भाकपा माले, माकपा, भाकपा एवं कांग्रेस के नेताओं ने रिहा किये गये छात्र नेताओं को माला पहनाकर स्वागत करते हुए कहा कि आपके संघर्ष की जीत होगी।
सीएम के समक्ष समस्तीपुर समाहरणालय पर प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार छात्रों की रिहाई के बाद भाकपा माले द्वारा घोषित 14 जनवरी को विरोध मार्च एवं शाम में मशाल जुलूस कार्यक्रम को स्थगित करने की घोषणा भाकपा माले समस्तीपुर जिला कमिटी सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने की।
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