परियोजना प्रबंधन और विस्थापितों के बीच वार्ता विफल

आगामी 15 जुलाई से गोबिंदपुर परियोजना का चक्का जाम आंदोलन

राजेश कुमार/बोकारो थर्मल (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में बेरमो प्रखंड के लहरियाटांड़ के विस्थापितों और सीसीएल गोविन्दपुर परियोजना पदाधिकारी के बीच 9 जुलाई को आयोजित वार्ता विफल रही।

जानकारी के अनुसार ग्राम विकास समिति लहरियाटांड़ ने विस्थापित समस्या समाधान को लेकर आगामी 15 जुलाई से गोविन्दपुर परियोजना का कामकाज ठप्प करने की चेतावनी सीसीएल प्रबंधन को दी थी। जिसके तहत प्रबंधन ने लहरियाटांड़ के विस्थापितों को वार्ता के लिए गोविंदपुर परियोजना पदाधिकारी कार्यालय बुलाई, जहां वार्ता विफल रहा।

बताया जाता है कि प्रबंधन द्वारा विस्थापितों के किसी भी मांग पर ठोस आश्वासन नहीं मिलने के कारण विस्थापितों द्वारा पूर्व घोषित आंदोलन के तहत 15 जुलाई से सीसीएल गोविंदपुर परियोजना का कामकाज ठप्प करने का निर्णय लिया है।

इस संबंध में लहरियाटांड़ के विस्थापितों का कहना है कि वर्ष 1980 में अपनी जमीन सीसीएल गोविन्दपुर परियोजना को देने के बाद वे भूमि हीन हो गए हैं। बावजूद इसके उन्हें अभी तक विस्थापन प्रमाण पत्र नहीं मिला है। विस्थापितों का आरोप है कि सीसीएल प्रबंधन उन्हें केवल छलने का काम किया है।

ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष चन्द्रिका रजक ने बताया कि परियोजना पदाधिकारी से बातचीत में हमारी मांगों पर कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया। जिस कारण हम सभी आगामी 15 जुलाई से परियोजना का कामकाज ठप्प करने को मजबूर हैं। ग्रामीण अपनी जमीन और पहचान की लड़ाई लड़ रहे हैं।

विस्थापन प्रमाण पत्र न मिलने से ग्रामीण सरकारी योजनाओं और सुविधाओं से वंचित हैं। विस्थापितों की प्रमुख मांगों में विस्थापन प्रमाण पत्र जारी करना, गांव के मुख्य सड़क का निर्माण और पानी की समस्या हल करना शामिल है।

 

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