स्वदेशी जागरण मंच ने छात्रों को स्वरोजगार के लिए किया प्रेरित

शिक्षा मनुष्य को श्रेष्ठ जीवन जीने की कला सिखाती है, स्वरोजगार से ही इसे पूरा किया जा सकता है-सिंह

रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। स्वदेशी जागरण मंच द्वारा चलाए जा रहे स्वावलंबी भारत अभियान के तहत बोकारो के सरस्वती शिशु मंदिर सेक्टर 2 ए एवं सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सेक्टर नाइन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें 8 से 12 वर्ष तक के बच्चों को स्वावलंबी भारत अभियान के उद्देश्यों को बताया गया।

इस अवसर पर संबोधित करते हुए मंच के क्षेत्रीय संयोजक अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी कमजोरी बेरोजगारी, गरीबी, सामाजिक एवं आर्थिक असमानता तथा पर्यावरण है। जब तक इन समस्याओं पर विजय प्राप्त नहीं होगा, राष्ट्र विकसित कैसे संभव है।

उन्होंने कहा कि इसके समाधान के लिए जागरूकता तथा परिवर्तन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज उद्यमता को सम्मान करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मनुष्य को श्रेष्ठ जीवन जीने की कला सिखाती है और रोटी की व्यवस्था कर सकती है, परंतु ऊंचे उड़ान और बड़े सपने को साकार नहीं कर सकता। इसके लिए स्वरोजगार आवश्यक है।

सिंह ने कहा कि देश में 19 से 29 वर्ष की आयु वर्ग के लगभग 37 करोड़ युवा है। इतनी बड़ी जनसंख्या में प्रत्येक माह 9 लाख की वृद्धि हो रही है। किसी भी सरकार के लिए इतने बड़े संख्या में रोजगार उपलब्ध करवाना बहुत बड़ी समस्या है। इसके निदान के लिए स्वदेशी जागरण मंच ने 32 प्रमुख संगठनों के साथ मिलकर यह अभियान चलाया है।

उन्होंने कहा कि अंग्रेजी शासनों में हमारे अंदर जो उद्यमिता का गुण था, योजना बद्ध तरीके से उसे समाप्त करने का काम किया। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद सरकार ने भी कोई विशेष ध्यान नहीं दिया।

सिंह ने कहा कि स्वदेशी जागरण मंच ने देश के 37 करोड़ युवाओं के दर्द को समझा और स्वावलंबी भारत अभियान आरंभ किया है, ताकि युवाओं में रोजगार एवं उद्यमिता की भावना जागृत हो सके। इसके लिए बड़े पैमाने पर विद्यालय व् महाविद्यालय में कार्यशाला, सेमिनार व प्रत्यक्ष संवाद के माध्यम से युवाओं को जागृत करने का काम कर रहा है।

वहीं जिला संयोजक प्रमोद कुमार सिन्हा ने कहा कि आज शिक्षक दिवस भी है। शिक्षकों के उत्कृष्ट एवं अनुशासित समाज के निर्माण में उनकी भूमिका की सराहना की तथा कहा कि विद्यार्थियों को अपने गुरुओं का सम्मान करना चाहिए। उनके द्वारा दी गई शिक्षा को ईमानदारी से ग्रहण करना चाहिए। यही उनकी गुरु दक्षिणा होगी।

जिला संयोजक ने युवाओं को संकल्प दिलाते हुए ऑनलाइन वस्तुओं की खरीददारी से बचने और स्थानीय बाजार से सामान खरीदने का भी आग्रह किया। कार्यक्रम में शिशु मंदिर 2 सी विद्यालय में लगभग 200, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सेक्टर 9 विद्यालय में 215 बच्चे एवं 2 ए विद्यालय के प्राचार्य उपेंद्र कुमार पांडेय, 9 सी विद्यालय के प्राचार्य राजेन्द्र कामत एवं दोनों विद्यालय के आचार्य बंधु उपस्थित थे।

सरस्वती शिशु मंदिर 2 सी में एक महिला उद्यमी सुधा प्रमाणिक को इलेक्ट्रिक साइकिल बनाने के क्षेत्र में किए गए कार्य एवं युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सम्मानित किया गया।

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