एस. पी. सक्सेना/पटना (बिहार)। बिहार की राजधानी पटना के प्रेमचंद रंगशाला में चित्राभिनय पटना द्वारा 27 दिसंबर को सुभद्रा कुमारी चौहान की कहानी पर आधारित नाटक ग्रामीणा का मंचन सफलतापूर्वक किया गया। उक्त जानकारी कलाकार साझा संघ के सचिव मनीष महीवाल ने दी।
उन्होंने बताया कि इस नाटक का नाट्य रूपांतरण व निर्देशन यूरेका ने किया है। इसके साथ ही मुख्य भूमिकाओं में यूरेका, कौशिक कुमार, शशांक तिवारी, अभिषेक कुमार आनन्द, ऋषिकेश कुमार ने निभाई।
महीवाल के अनुसार यह कहानी सोना के ग्रामीण जीवन को और उसके प्रकृति के प्रति लगाव को दर्शाती है।
लेकिन इसके माता-पिता इस बात को नहीं समझ पाते और दूर शहर में इसका विवाह कर देते हैं। लेकिन खेत खलिहान से दूर, एक बंद कमरे में रहते – रहते वह घुटने लगती है और अपने पति से उम्मीद करती है कि उसकी स्थिति को समझे। अपने पति के द्वारा तिरस्कृत होने के बाद वह अपने जीवन का अंत करने का फैसला ले लेती है।
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