नप अध्यक्ष पद की दौर में मैदान में डटे हैं कई दिग्गज उम्मीदवार
गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। नगर परिषद हाजीपुर चुनाव के लिये नगर परिषद के सभापति, उपसभापति और वार्ड पार्षद के चुनाव के लिये 18 दिसम्बर को मतदाता अपने मतो का प्रयोग करेंगे।
बिहार सरकार द्वारा इस बार नगरपरिषद और नगर निगम चुनाव में जो नई आरक्षण नीति लागू की गई है, उसके अनुसार आधे पद महिलाओं के लिये आरक्षित हो गए। साथ ही अति पिछड़ी जातियों को दी गईआरक्षण नीति की वजह से इस बार के चुनाव में सभी पुराने खिलाड़ियों का खेल खराब हो गया है।
इस बार हाजीपुर नगर परिषद चुनाव में सभापति और उपसभापति दोनो पड़ अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिये आरक्षित हो जाने की वजह से पूर्व सभापति रमा निषाद और निकेत कुमार सिन्हा का खेल खराब हो गया। ये लोग अब वार्ड का चुनाव लड़ रहे हैं।
नगर परिषद हाजीपुर के वार्ड क्रमांक-1 से पूर्व सभापति रमा निषाद पार्षद पद पर चुनाव लड़ रही हैं। जहाँ से उनको उनकी बहू ज्योत्स्ना कुमारी चुनौती दे रही हैं।रमा निषाद का हजीपुर नगर परिषद की राजनीति पर बीते 20 वर्षों से कब्जा रहता आया है। इनके पति अजय निषाद भाजपा से मुजफ्फरपुर से गत दो वर्षों से सांसद हैं।
रमा निषाद हाजीपुर नगर परिषद की पूर्व सभापति रह चुकी है। इन्ही की परिवार की चचेरी वह ज्योत्स्ना कुमारी गत दो वर्षों से वार्ड क्रमांक एक की जनता के बीच कार्य करती आई है।
ज्योत्स्ना कुमारी अपनी एमबीए की नौकरी छोड़ कर समाज सेवा से जुड़ी और अपने वार्ड की एक एक परिवार के साथ जुड़ी, लेकिन सभापति, उपसभापति दोनो पद अनुसूचित जाति के लिये रिजर्व होने पर वार्ड नंबर एक से पार्षद पद के चुनाव में अपनी बहू को ही चुनौती दे रही हैं।
जिस वजह से उक्त वार्ड का चुनाव काफी रोचक हो गया है। इन दोनों के बीच लड़ाई इतना काँटे का है कि रमा निषाद के सांसद पति लोकसभा का सत्र छोड़कर अपनी पत्नी को विजयी बनाने के लिये घर घर जा रहे हैं। देखना है कि जीत किसकी होती है, और ऊंट किस करवट बैठता है।
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