सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। पश्चिम सिंहभूम के हद में गुवा क्षेत्र स्थित रामनगर बाजार में मजदूर नेता सह झारखंड मजदूर संघर्ष संघ अध्यक्ष रामा पांडेय द्वारा राजस्थान के कारीगर द्वारा निर्मित सफेद पत्थर से निर्मित ढाई फीट साईं बाबा प्रतिमा स्थापित किया गया।
शिर्डी के साईं बाबा की तरह ही आकर्षक एवं सजीवता को प्रदान करने वाली यह मूर्ति रहिवासियों के बीच चर्चा में देखा जा रहा है।
मानव के कष्टों को दूर कर उन्हें हर तरह की सुख प्रदान करने वाले साईं नाथ के दर्शन एवं प्रसाद भोग ग्रहण करने हेतु श्रद्धालुओं का तांता लगा है।
इस संदर्भ में मजदूर नेता सह झारखंड मजदूर संघर्ष संघ अध्यक्ष पांडेय ने संयुक्त रुप से सहयोगियों के साथ सबों को स्वादिष्ट प्रसाद व मिष्टान प्रदान कर कृतार्थ किया। पांडेय ने कहा कि साईं की भक्ति में शक्ति है। शिरडी के साईं बाबा जिन्हें शिरडी साईं बाबा के नाम से भी जाना जाता है, वे एक भारतीय आध्यात्मिक गुरु थे, जिन्हें उनके भक्तों द्वारा दत्तगुरु के रूप में माना जाता है।
उनकी पहचान एक संत के रूप में है। वे हिंदू और मुस्लिम दोनों भक्तों के साथ-साथ अपने जीवनकाल के बाद भी पूजनीय थे।साईं बाबा का असली नाम हरिबाबू भूसारी था। शशिकांत शांताराम गडकरी की किताब सद्गुरु सांई दर्शन (एक बैरागी की स्मरण गाथा) के अनुसार सांई ब्राह्मण परिवार के थे। उनका परिवार वैष्णव ब्राह्मण यजुर्वेदी शाखा और कोशिक गोत्र का था।
पौराणिक कथा के अनुसार, साईं बाबा अपने आशीर्वाद के प्रतीक के रूप में और उन्हें शारीरिक और आध्यात्मिक बीमारियों से ठीक करने के लिए हर गुरुवार को अपने भक्तों को उदी वितरित करते थे। तीसरा, गुरुवार को हिंदू धर्म में शुभ माना जाता है, जो भारत में प्रमुख धर्म है।
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