दिल्ली के राज घाट के तर्ज पर बनेगा नमन स्थल,हर गाँव मे प्रतिस्थापित होगा गौरव स्थल-बिहार स्वाभिमान आंदोलन
प्रहरी संवाददाता/मुजफ्फरपुर (बिहार)। ताम्रपत्रधारी स्वतंत्रता सेनानी भुल्लर ठाकुर की पुण्यतिथि के पूर्व संध्या पर बिहार स्वाभिमान आंदोलन ने ऑनलाइन वेबिनार के माध्यम से परिचर्चा का आयोजन किया।
इस कार्यक्रम (Program) में बिहार स्वाभिमान आन्दोलन के संयोजक रंगीश ठाकुर, बिहार के चर्चित कवि-लेखक,चिंतक डॉ संजय पंकज, राष्ट्रवादी किसान मजदूर संघ के अध्यक्ष अमर बाबू, जदयू नेता सुबोध कुमार सिंह मुख्य रूप से उपस्थित (Present) हुए। कार्यक्रम का संचालन कवि साहित्यकार प्रवीण कुमार मिश्रा ने किया। जबकि कार्यक्रम का समायोजन अमित कुमार ने किया।
इस अवसर पर बिहार स्वाभिमान आन्दोलन के संयोजक रंगीश ठाकुर ने कहा कि हम अपनी गौरवशाली विरासत को संजो कर एक स्वर्णिम भविष्य का निर्माण करते हैं। बिहार राष्ट्रवाद की उर्वरा भूमि रही है। जरूरत इस बात की है कि हम अपने अतीत के गौरव को हर गाँव मे स्थापित करें।
उन्होंने कहा कि बिहार (Bihar) स्वाभिमान आंदोलन अपने मुहिम मेरा गांव, मेरा गौरव श्रद्धेय भुल्लर ठाकुर के गांव से शुरुआत कर हर गाँव मे लेकर जायेगा। हर गाँव में वहाँ के स्वतंत्रता सेनानी का स्मारक बनेगा। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस (Independence day and Republic day) पर उनके नाम का जयघोष हो। उनकी पुण्य तिथि और जन्म जयंती स्थानीय विद्यालय में मनाया जाए। उनकी जीवनी लिपि बद्ध हो। बिहार स्वाभिमान आंदोलन इस हेतु संकल्पित है।
कवि-लेखक, चिंतक डॉ संजय पंकज ने कहा कि देश के ऐसे गुमनाम स्वतंत्रता सेनानी जिनकी महती भूमिका रहते हुए भी उनकी सरकार से कोई अपेक्षा नही रही। वैसे सेनानियों में अग्रणी नाम भुल्लर ठाकुर का था। उनकी प्रतिमा स्थापित होने से नई पीढी को प्रेरणा मिलेगी। राष्ट्रवादी किसान मजदूर संघ के अध्यक्ष अमर बाबू ने कहा कि भुल्लर बाबू हम सब के प्रेरणा स्रोत रहेंगे।
हम सभी शीश झुकाकर भुल्लर बाबू को स्मरण करते हैं। अपनी संस्कृति के रक्षार्थ नई पीढी को अपने स्वर्णिम अतीत से जोड़ना हमारी पीढी का दायित्व है। बिहार स्वाभिमान आंदोलन के इस मुहिम में हम तन मन धन से साथ रहेंगे।
जदयू नेता सुबोध कुमार सिंह ने कहा की देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानी भुल्लर बाबू को इतिहास में स्थान नहीं मिलना बहुत दुःखद है।हम सब प्रयास करके मानपुरा मध्य विद्यालय में उनकी प्रतिभा स्थापित करवा कर दम लेगे।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए वरिष्ठ कवि प्रवीण कुमार ने कहा कि भुल्लर बाबू के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि तब होगी जब वर्तमान पीढी भुल्लर बाबू के पदचिन्हों पर चलकर समरस समाज बनाने में अपना योगदान करें। कहा गया कि बिहार स्वाभिमान आंदोलन ऑनलाइन परिचर्चा के माध्यम से बिहार के विभूतियों को याद करता रहता हैं।
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