मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं के आधार पर होगा रैंकिंग
स्वच्छता व संक्रमण नियंत्रण मानकों को मजबूती प्रदान करना योजना का उद्देश्य
अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। भारत सरकार के स्वास्थ्य व कल्याण विभाग की एक महत्वपूर्ण पहल कायाकल्प योजना का मुख्य उद्देश्य सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में स्वच्छता व संक्रमण नियंत्रण संबंधी मानकों को मजबूती प्रदान करना है। उक्त योजना के तहत सारण जिला के हद में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दरियापुर का 23 दिसंबर को कायाकल्प की टीम ने एसेसमेंट किया।
टीम में राज्य स्वास्थ्य समिति के डॉ अनुपम सिंह, पिरामल से डॉ उत्तम कुमार शामिल थे। टीम ने अस्पताल में स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण, बायो-मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट व् मरीजों को मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं का गहन मूल्यांकन किया। इस दौरान कई बिंदुओं पर सुधार का सुझाव दिया गया।
टीम द्वारा बताया गया कि कायाकल्प योजना का उद्देश्य सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में स्वच्छता और संक्रमण नियंत्रण संबंधी मानकों को मजबूती से लागू करना है, जिससे मरीजों को सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाएं मिल सकें। टीम ने अस्पताल में मरीजों को दी जाने वाली सेवाओं के अलावा, अस्पताल द्वारा साफ-सफाई इंतजाम, दवाइयों की उपलब्धता, चिकित्सकीय उपकरणों के रख-रखाव और चिकित्सा कर्मियों के व्यवहार का भी मूल्यांकन किया।
साथ ही, अस्पताल में दिए जा रहे अन्य महत्वपूर्ण सेवाओं जैसे टीकाकरण, प्रसव कक्ष, एएनसी रूम, ओपीडी व् जांच घर की गहनता से जांच की गई।। इन मानकों के आधार पर अस्पतालों का मूल्यांकन किया जाता है और अच्छे प्रदर्शन पर उन्हें पुरस्कृत भी किया जाता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य संस्थानों को स्वच्छ और सुरक्षित बनाना और मरीजों को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है।
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी रमेश चंद्र कुमार ने बताया कि कायाकल्प योजना का मुख्य उद्देश्य अस्पतालों की स्वच्छता, बायो-मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट और संक्रमण नियंत्रण में सुधार करना है। इसके अतिरिक्त, मरीजों और स्वास्थ्य कर्मियों के बीच अच्छे व्यवहार को भी सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों की रैंकिंग उन्हीं मानकों के आधार पर तय की जाती है। जिन अस्पतालों का प्रदर्शन अच्छा होता है, उन्हें पुरस्कार दिया जाता है।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह ने कहा कि कायाकल्प योजना से न केवल स्वास्थ्य संस्थानों की छवि में सुधार हो रहा है, बल्कि इससे मरीजों को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं भी मिल रही हैं। कहा कि हम सीएचसी दरियापुर में पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और इस अंकेक्षण में उच्च अंक प्राप्त करने के लिए तत्पर हैं। कहा कि अस्पताल में सेनिटाइजेशन और हाइजीन के मानकों का पालन किया जा रहा है। वेस्ट मैनेजमेंट के तहत कचरे के सही तरीके से निस्तारण के प्रयास किए जा रहे हैं।
अस्पताल में संक्रमण नियंत्रण, पीने का पानी, स्वच्छ चादर, तकिया और बेड की उचित व्यवस्था की जा रही है, ताकि मरीजों को सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण में इलाज मिल सके। कहा कि असेसमेंट के आधार पर अस्पतालों की रैंकिंग की जाएगी और रैंकिंग में प्रथम स्थान पाने वाले अस्पताल को 15 लाख रुपये का पुरस्कार मिलेगा। द्वितीय स्थान के लिए 10 लाख रुपये और तृतीय स्थान के लिए 5 लाख रुपये का पुरस्कार निर्धारित है। इसके अलावा 70 प्रतिशत अंक पाने वाले अस्पतालों को सांत्वना पुरस्कार भी दिया जाएगा।
इस मौके पर डीपीसी रमेश चंद्र कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह, सिफार के डीपीसी गनपत आर्यन, बीसीएम ध्रुप मेहरा, बीएमएनई विश्वजीत कुमार, वीबीडीएस घनश्याम यादव, अकाउंटेंट जय नारायण समेत अस्पताल के सभी नर्स और अस्पताल कर्मी मौजूद थे।
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