प्रहरी संवाददाता/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र स्थित श्रीगजेन्द्रमोक्ष देवस्थानम् नौलखा मन्दिर में 21 जुलाई को श्रीगुरु पूर्णिमा महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर सैकड़ों शिष्यों ने श्रीगजेन्द्र मोक्ष देवस्थानम दिव्य देश पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी लक्ष्मणाचार्य जी महाराज का पूजन वन्दन कर आशीर्वाद ग्रहण किया।
इससे पूर्व जगद्गुरु स्वामी लक्ष्मणाचार्य जी महाराज ने अपने गुरु महाराज के पादुका का पूजन किया। विश्व वन्द्य जगदाचार्य श्रीमद्विष्वकसेनाचार्य श्रीत्रिदण्डी स्वामी का स्मरण करते हुए उन्होंने उनके पटचित्र पर माल्यार्पण कर आरती वन्दना की।
गुरुदेव के आशीर्वाद से शिष्यों के स्वभाव में आती सहनशीलता
हरिहर क्षेत्र पीठाधीश्वर के रुप में चर्चित जगद्गुरु स्वामी लक्ष्मणाचार्य महाराज ने उक्त अवसर पर गुरु-शिष्य परम्परा का विश्लेषण करते हुए कहा कि गुरु-शिष्य परंपरा में विश्वास रखने वालों के लिए गुरु पूर्णिमा का दिन अति महत्वपूर्ण है। कल्पभेद के अनुसार, नारायण को आदिगुरु माना जाता है।
इसलिए गुरु पूर्णिमा मनाने की परंपरा भगवान नारायण के काल से चली आ रही है। उन्होंने बताया कि गुरु पूजन के लिए आज के दिन का विशेष महत्व है।आज के दिन गुरु पूजन और गुरुदेव के आशीर्वाद प्राप्त करने से वर्ष पर्यन्त समृद्धि व खुशहाली बनी रहती है। उन्होंने कहा कि गुरुदेव के आशीर्वाद से शिष्यों के स्वभाव में सहनशीलता आती है।
इस अवसर पर उपस्थित सैकड़ों शिष्यों ने स्वामीजी का पूजन वन्दन कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। इससे पूर्व दिन के ग्यारह बजे नारायणी नदी में भगवान शालिग्राम का दुग्धाभिषेक किया गया। सभी पूजनोपरान्त बालाजी का लड्डू और मिठाई फल प्रसाद वितरण किए गए. सैकड़ो भक्तो ने यहां आयोजित महाभण्डारे का प्रसाद ग्रहण किया।
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