महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री, शिक्षाविद स्व. हशु आडवाणी के जन्मोत्सव संपन्न
मुश्ताक खान/मुंबई। चेंबूर के शिल्पकार व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री, शिक्षाविद स्व. हशु आडवाणी का 97वां जन्मोत्सव हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। शनिवार की शाम चेंबूर के कलेक्टर कॉलोनी में रुचिराम थडानी स्कूल के मुख बधिर छात्रों के साथ हशु आडवाणी का जन्मोत्सव समारोह का आयोजन किया गया था।
इस आयोजन में बतौर मुख्यातिथि संस्था के ट्रस्टी बलदेव बुलानी थे। इस अवसर पर मुख बधिर छात्रों के परफॉरमेंस ने ट्रस्टियों सहित सभी अतिथियों को चौंका दिया। इन छात्रों ने नार्मल बच्चों से बढ़ चढ़ कर सांस्कृतिक, सामाजिक और देश से जुड़े मुद्दों पर अपना हुनर पेश किया।
बताया जाता है कि शिक्षाविद स्व. हशु आडवाणी महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) में वित्तमंत्री रह चुके हैं, इसके आलावा वे आरएसएस (संघ) के प्रचारक भी थे, लेकिन उन्होंने चेंबूर के विकास में अहम भूमिका निभाई है। उन्हीं के कारण चेंबूर एजुकेशन हब बना।
उन्होंने अपने कार्यकाल में केजी से पीजी तक शिक्षा के लिए स्कूल और कॉलेज की स्थापना की थी। शिक्षाविद स्व. हशु आडवाणी संघ के प्रचारक होने के बाद भी जात -पात और धर्म के विवादों से ऊपर उठ कर चेंबूर के लोगों सहित मुंबईकरों के लिए बेहतर करीब 24 शिक्षण संस्थानों कि स्थापना की, जिसे मौजूदा समय के ट्रस्टी चला रहे हैं।
उन्हीं संस्थाओं में से एक चेंबूर कॉलोनी युवक मंडल भी है जहां मुख बधिर बच्चों के लिए रुचिराम थडानी स्कूल चलाया जा रहा है। इस स्कूल में हर जाती और धर्म के बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। रुचिराम थडानी स्कूल के बच्चों के हुनर को देख कर लोग दंग रह जाते हैं।
एक मुहावरा है कि ईश्वर अगर किसी से कुछ लेता है तो उसे बहुत कुछ तोहफे में देता है। कुछ ऐसा ही इस स्कूल के छात्रों में भी देखा जा रहा है। मौजूदा समय में जिन बच्चों में सुनने और बोलने की छमता नहीं होती है, उन्हें समाज में वो मुकाम नहीं मिल पाता, जो आम (नार्मल ) बच्चों को मिलता है।
बहरहाल रुचिराम थडानी स्कूल के छात्रों ने अपने हुनर के दम पर इस कार्यक्रम के जरिए इतिहास रच दिया है। स्वामी विवेकानंद एजुकेशन सोसायटी (वीईएस) के मौजूदा ट्रस्टियों ने मुख बधिर बच्चों के परफॉरमेंस को देख कर अपने दांतों तले उंगलियों को काट लिया। इसके साथ ही ट्रस्टियों ने इस छात्रों के हिट में कई घोषणाएं की।
इस कार्यक्रम में ट्रस्ट के सबसे बुर्जुग बलदेव बुलानी, चेयरमैन श्रीचंद तलरेजा, अध्यक्ष नरेंद्र कालरा, सचिव पापन सहेजा, प्रिंसपल भाग्यश्री वर्तक और अस्मिता पोद्दार आदि ने स्व. हशु आडवाणी के जन्मोत्सव को यादगार बनाने में अहम भूमिका निभाई।
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