अक्षय तृतीया पर बाल विवाह मुक्ति को लेकर विशेष अभियान

बाल विवाह नहीं हो इसको लेकर मंदिरों में विशेष निगरानी

रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। बोकारो जिले के विभिन्न मंदिरों तथा गांव में अक्षय तृतीया के दिन बाल विवाह की रोक थाम हेतु सहयोगिनी के विशेष निगरानी टीम द्वारा 10 मई को जागरूकता का कार्य किया गया।

इस संबंध में सहयोगिनी के निदेशक गौतम सागर ने बताया कि कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन तथा जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन एलायंस के सहयोग से बोकारो जिले में बाल विवाह से मुक्ति को लेकर विगत एक वर्ष से विशेष कार्य चल रहा है।

उन्होंने बताया कि बोकारो जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी द्वारा पत्र जारी कर अक्षय तृतीया के दौरान संभावित बाल विवाह को लेकर सभी स्टेक होल्डर को विशेष निगरानी रखने का निर्देश जारी किया गया है। जिसके तहत बोकारो जिले के 150 गांव में सहयोगिनी के कार्यकर्ता घुम-घुमकर मंदिरों एवं गांव में बाल विवाह नहीं करने के लिए रहिवासियों को जागरूक किया गया।

उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह चास प्रखंड में शादी की तैयारी की सूचना के बाद बाल विवाह निषेध पदाधिकारी तथा स्थानीय पुलिस के सहयोग से रेस्क्यू कर दो बाल विवाह को रोका गया है। इसी प्रकार अन्य क्षेत्र में भी रहिवासियों को समझाया जा रहा कि 18 वर्ष से पहले लड़की तथा 21 वर्ष से पहले लड़का का शादी नहीं करें।

इस तरह के बाल विवाह में शामिल सभी बाराती लड़की वालों, टेंट वालों, कैटरर, पंडित दोषी घोषित होंगे तथा जेल जा सकते हैं। इस विशेष अभियान के दौरान सहयोगिनी के कोऑर्डिनेटर फुलेंद्र कुमार रविदास, सोनी कुमारी, रवि कुमार राय, विकास कुमार, पुष्पा देवी, पूर्णिमा देवी, अंजू देवी, मंजू देवी, मिंटी कुमारी सिंहा, अनंत कुमार सिंहा, अनिल कुमार हेंब्रम, मोहम्मद हुसैन, कुमारी किरण, सूरजमनी देवी, पायल कुमारी, राजकिशोर शर्मा आदि ने जागरूकता का कार्य किया।

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