एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। सामाजिक कार्यकर्त्ता दीपेश कुमार निराला ने रांची के नगर आयुक्त शशि रंजन को पत्र प्रेषित कर सूचना उपलब्ध नहीं कराने के खिलाफ कार्रवाई की अपील की हैं।
सूचना का अधिकार के तहत सामाजिक कार्यकर्त्ता दीपेश कुमार निराला को प्राप्त सूचना के आलोक में संपूर्ण मामले की जांच हेतु नगर आयुक्त रांची नगर निगम को आवेदन देकर इंफोर्समेंट टीम द्वारा अब तक पब्लिक और दुकानदारों से वसूले गए लाखों रुपए की जुर्माना राशि का हिसाब नहीं मिलने और रांची नगर निगम में इसकी सूचना संधारित नहीं होने पर प्राथमिकी दर्ज करवाकर इसकी जांच करवाने का आग्रह किया है।
विदित हो कि बीते वर्ष 8 अगस्त को अखबार में प्रकाशित खबर “लोगों से अवैध वसूली करने वाले इंफोर्समेंट टीम के 12 लोग चिन्हित, कार्रवाई का निर्देश” के आलोक में बीते 10 फरवरी को सूचना अधिकार कार्यकर्ता दीपेश कुमार निराला ने एक सूचना आवेदन लगाकर इंफोर्समेंट टीम की उक्त समीक्षा बैठक की कार्यवाही सहित मेयर द्वारा चिन्हित लोगों पर कार्रवाई हेतु दिए गए, आदि।
निर्देश के आलोक में हुए कृत-कार्रवाई की सूचना के साथ-साथ इंफोर्समेंट टीम के लोगों की नियुक्ति का प्रावधान और उनका पुलिस के समान हू-ब-हू खाकी वर्दी पहनने का प्रावधान एवं उनके द्वारा अब तक रांची नगर निगम क्षेत्र के पब्लिक और दुकानदारों से वसूली गई समस्त जुर्माना राशि का सूचना और उनसे संबंधित दस्तावेजों की सर्टिफाइड कॉपी की मांग की गई थी।
जिसके आलोक में रांची नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त सह जन सूचना पदाधिकारी ने अपने पत्रांक 333 दिनांक 27 मार्च 23 के जरिये आवेदक को बताया गया कि उक्त सूचना संधारित नहीं है।
तब सवाल उठता है कि लाखों रुपए के जुर्माना राशि की वसूली जो इंफोर्समेंट टीम के लोगों द्वारा आम पब्लिक और दुकानदारों से की गई है उक्त रुपये का क्या हुआ? उक्त लाखों रुपए की राशि किसके पास है?
ऐसी परिस्थिति में आवेदक निराला ने इस मामले को प्रथम दृष्टया सरकारी राशि का गबन प्रतीत होते हुए, इसकी संपूर्ण जांच और कार्रवाई हेतु नगर आयुक्त को प्राथमिकी दर्ज करवाने का अनुरोध किया है।
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