प्रहरी संवाददाता/बोकारो। बोकारो जिला के हद में सीसीएल कथारा क्षेत्र के जारंगडीह परियोजना में कार्यरत श्रमिकों के सात सूत्री मांगों को लेकर 6 फरवरी को स्थानीय परियोजना कार्यालय में प्रबंधन व एनसीओईए(सीटू) जारंगडीह शाखा कमिटि के बीच वार्ता का आयोजन किया गया।
जानकारी के अनुसार जारंगडीह के परियोजना पदाधिकारी (पीओ) परमानंद गुईन की अध्यक्षता में समझौता वार्ता संपन्न हुई। वार्ता में सीटू द्वारा मजदूर हित तथा परियोजना हित से संबंधित मांगों में जारंगडीह परियोजना के विस्तारीकरण में गतिशीलता लाने, प्रबंधन द्वारा जारंगडीह परियोजना को आउटसोर्सिंग कंपनी के माध्यम से चलाने के निर्णय को वापस लेने, स्थायी प्रकृति के कार्यो में लगे कामगारों एवं सीसीएल के मशीनों को अन्यत्र स्थानांतरण करने की योजना को वापस लेने, आदि।
जारंगडीह मुख्य सड़क एवं कॉलोनियों में हो रहे वायु प्रदूषण को रोकने के लिए आधुनिक मशीनों का उपयोग करने, आउटसोर्सिंग में कार्यरत सभी श्रमिकों को हाई पावर कमिटि के निर्णयानुसार न्यूनतम मजदूरी समेत सभी सुविधाओं को लागू करने, परियोजना के पांच नंबर बंद भूमिगत खदान के ऊपर ओबीआर डंप किया जा रहा है वहां सड़क किनारे सेफ्टी वाल एवं लाइटिंग की व्यवस्था करने आदि शामिल है।
यूनियन द्वारा प्रेषित मांगों को लेकर पीओ गुईन ने कहा कि परियोजना के टाटा ब्लॉक कॉलोनी खाली होने के बाद ही माइंस का विस्तारीकरण किया जा सकता है। इसके लिए परियोजना सलाहकार समिति सदस्यों से बात कर ही चर्चा किया जायगा। वहीं फिलहाल श्रमिकों का तत्काल ट्रांसफर नहीं करने की बात कही। इसके अलावा अन्य मांगों पर जल्द से जल्द पहल करवाने का उन्होंने आश्वासन दिया।
मौके पर वार्ता में यूनियन की ओर से एनसीओईए जोनल अध्यक्ष श्याम बिहारी सिंह दिनकर, क्षेत्रीय सचिव प्रदीप कुमार विश्वास, शाखा सचिव निजाम अंसारी, कमलेश कुमार गुप्ता, राकेश कुमार, नरेश राम, मुस्तफा अंसारी, सुरेश प्रसाद यादव, बैजनाथ मंडल, गोपाल महतो, समीर कुमार, मुस्तफा, शाने रजा, समीर कुमार सेन जबकि प्रबंधन की ओर से पीओ के अलावा कार्मिक प्रबंधक सुभाष चंद्र पासवान, पीओ के निजी सहायक संजीत सिन्हा आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
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